दिनेश साहू चारामा :- चारामा विकास खंड सहित जिले के विभिन्न रेत खदानों पर एक के बाद एक ग्रामीणो का विरोध होता दिखाई दे रहा है । वैसे तो 15 अक्टूबर से वैध हो या अवैध सभी रेत खदानों पर रेत की बेतरतीब तरीके से लूट जारी है । लगभग सभी तेलगुड़ा, भिरौद, माहुद, करिहा, हाराडुला, नवागांव, बासनवाही, खरथा और चिनौरी खदानों पर रेत तस्करों का कब्जा है और वे बड़ी बड़ी चेन माउंटेन मशीनों से खनन कर इन नदीयों से दिन-रात रेत लुटने और परिवहन करने के काम में जुटे हुए हैं । रेत की इस बेपरवाह लूट पर न ही सत्ता पक्ष के कोई भी नेता विरोध कर रहे हैं और न ही विपक्ष के । बल्कि अंदर खाने से जो खबरें छनकर सामने आ रही है वो तो और भी चौकाने वाली है क्योकिं इस रेत लूट के खेल में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के भी शामिल होने की खबर सूत्रों से मिल रही है । ग्राम पंचायत चिनौरी के रेत खदान पर भी कुछ माफियाओं ने कब्जा कर लिया है । और यहां की खदान से भी दिन-रात खनिज का व्यापक पैमाने पर दोहन किया जा रहा है । ग्रामीणों की स्वीकृति के बिना ही रेत माफिया दादागीरी से खदान चला रहे हैं । वहीं ग्रामीणों के विरोध करने पर माफिया उनसे ही उलझ जाते हैं । ग्रामीणों के बार बार निवेदन करने के बाद भी जब रेत तस्कर उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हुए तो मजबूरन ग्राम पंचायत चिनौरी के ग्रामीणों को रेत तस्करी रोकने गांव की सड़कों पर उतर कर विरोध करना पड़ा । ग्रामीणों का कहना है कि हम अपने गांव के खनिज संसाधन इस तरह से लुटने नहीं देंगे । यदि इसी तरह से खुलेआम रेत लुटने दे दिया गया तो आने वाले समय में यहां के स्थानीय लोगों को अपना घर बनाने व पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्यों के लिए रेत के लाले पड़ जाएंगे । जिसके बाद रेत मिलना मुश्किल हो जाएगा और कहीं से रेत मिल भी गया तो इसके दाम इतने महंगे हो जाएंगे कि गांव की गरीब जनता इसे खरीद नही पाएगी । इसलिए इस रेत की लूट खसूट को तत्काल बंद कराने सभी ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है ।
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