नंदी (बैलों) के श्रृंगार का पर्व पोला बड़े उत्साह से मनाया जाता है। पोला पर्व के उपलक्ष्य में शासकीय प्राथमिक शाला सरोरा (गोसदन) में विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम शाला के प्रधान पाठक श्री संतोष कुमार नेताम द्वारा नंदी (बैलों) का श्रंगार कर पूजा अर्चना किया गया फिर सभी बच्चों को पर्व का महत्व एवं संस्कृति की जानकारी दी गई।
छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत में कृषि की प्रधानता है। कृषि प्रधान राज्य की संस्कृति अनुरूप प्रतिवर्ष पोला पर्व खेती किसानी कार्य के द्वितीय चरण (निंदाई कोडाई)के पूरा होने पर मनाया जाता है।
इसी तारतम्य में शाला में विभिन्न खेलों मटकी फोड़ ,फुगडी आदि खेलों का आयोजन किया गया। विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरित किया गया। बच्चों के साथ-साथ शाला विकास समिति के सदस्यों तथा ग्रामवासियों ने कार्यक्रम ,खेलों का आनंद लिया। कार्यक्रम, खेलकूद को सफल बनाने में शाला के शिक्षक यूसुफ मोहम्मद, टिकेश्वर ध्रुव, श्रीमती संतोषी यादव, श्रीमती भारती ध्रुव, अमित कुमार वर्मा ने सराहनीय योगदान दिया।