दिनेश साहू की रिपोर्ट चारामा- कांकेर जिले के कई स्कूलों की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है । जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई सुविधाओं के अभाव में हो रही है । जिससे उनकी सुरक्षा और शिक्षा दोनों ही खतरे में है । चारामा ब्लॉक के ग्राम मुड़खुसरा का प्राथमिक विद्यालय इसका जीता-जागता उदाहरण है । जहां बच्चे टूटती छत और दरारों भरी दीवारों के बीच पढ़ाई करने को मजबूर हैं । स्कूल की इमारत इतनी खराब हो चुकी है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । छत से प्लास्टर गिर रहा है और दीवारें बुरी तरह से फटी हुई हैं ।
ग्रामीणों ने बताया की इस मुद्दे को कई बार प्रशासन के समक्ष उठाया गया है । पिछले 5-7 सालों से स्कूल के नए भवन की लगातार मांग की जा रही है । लेकिन स्कूल की जर्जर स्थिति को देखकर भी प्रशासन की ओर से अब तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है । ग्रामीणों ने इसे लेकर आँवरी में आयोजित जिला स्तरीय जन समस्या समाधान शिविर में भी कांकेर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था और स्थानीय बीईओ तथा एसडीओ को भी इस मुद्दे से अवगत कराया था । लेकिन अब तक कोई ठोस प्रशासनिक कार्यवाही नहीं हो सकी है । स्कूल की कक्षाओं का भी हाल बहुत ही चिंताजनक है । स्कूल में एक ही कक्ष में पाँच कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है । जिससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है । हालत को देखते हुए गाँव में स्कूल को बंद करने की चर्चाएँ भी तेज हो गई हैं । क्योंकि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा अब सवालों के घेरे में है ।
इस विद्यालय की एक और बड़ी समस्या यह है कि यह खेतों और खलिहानों से घिरा हुआ है । जिससे स्कूल की सीमाएँ भी सुरक्षित नहीं हैं । रसोई कक्ष भी बेहद खराब हालत में है । जिससे की मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है । ग्रामीण अब जल्द से जल्द एक नवीन विद्यालय भवन की मांग कर रहे हैं । ताकि बच्चों की शिक्षा सुरक्षित और सुचारू रूप से संचालित हो सके । ग्रामीणों के द्वारा प्रशासन से अपील की जा रही है । जिससे जल्द से जल्द इस मुद्दे पर विचार हो और गाँव के बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके ।
वहीं खण्ड शिक्षा अधिकारी चारामा का कहना है की जन समस्या निवारण शिविर आंवरी में मुड़खुसरा के स्कूल के नए भवन के लिए ग्रामीणों की ओर से आवेदन मिला है । जिसकी स्वीकृति के लिए जिला कार्यालय भेज दिया गया है ।
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