विजय गायकवाड़ की रिपोर्ट कांकेर-युक्तियुक्तकरण 2024 एवं ऑनलाइन अवकाश के प्रावधानों को लेकर शिक्षकों में असंतोष बढ़ता जा रहा है।शिक्षक अब खुलकर इसके विरोध में खड़े हो गए हैं।छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 2अगस्त 2024 को जारी युक्तियुक्तकरण के निर्देशों के लागू होने से शिक्षा व्यवस्था एवं शिक्षकों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के मद्देनजर कोयलीबेड़ा विकासखंड में सक्रिय सभी शिक्षक संगठनों की बैठक पखांजूर में आयोजित की गई जिसमें इन विषयों पर गंभीर विचार विमर्श करते हुए एकजुट होकर 9अगस्त को जिला स्तरीय रैली एवं धरना प्रदर्शन में शामिल होने का निर्णय लिया गया।संघ पदाधिकारियों ने युक्तियुक्तकरण 2024 के प्रावधानों को छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था पर आघात एवं शासकीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए कहा कि प्राथमिक स्कूलों में 60 बच्चों पर 2 शिक्षक एवं माध्यमिक विद्यालय में18 विषयों को पढ़ाने के लिए 4 शिक्षक को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि इन विद्यालयों में 1शिक्षक आधे समय तक तो आनलाइन जानकारी देने में व्यस्त रहता है तो मात्र एक शिक्षक के सहारे 18 विषयों का अध्यापन करायें जाने से गुणवत्ता की अपेक्षा करना बेमानी होगी।वहीं शासन द्वारा इन नियमों के सहारे शिक्षकों के पदोन्नति एवं सीधी भर्ती के पद समाप्त करने साजिश की जा रही है।बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विधायक एवं सांसद को ज्ञापन सौंपकर युक्तियुक्तकरण की विसंगतियों को दूर करने हेतु सार्थक पहल करने हेतु आवश्यक पहल करने हेतु आग्रह करने का निर्णय लिया गया। बैठक में छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रवीर बाला ,ब्लाक अध्यक्ष बाबुल शील,दीपेन्द्र राय, वंशीपद देवनाथ ,देव कुमार शील विजन बिहारी मंडल, विनोद पाठक छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के जिला सह संचालक संतोष जायसवाल,कृष्णेंदु आइच,विवेक राय,रंजीत कर,विकासखंड संचालक भोला प्रसाद ठाकुर,गणेश दास,लालमन पटेल,गौतम मंडल,होरीलाल साहू, वरुण कीर्तनीय अशोक उर्वासा, परिमल राय ,रामभुवन वर्मा,योगेन्द्र मरकाम, शिव सागर द्विवेदी डोगेश्वर कंवर धर्मदास जोशी एवं संयुक्त शिक्षक संघ से अशोक मृधा शामिल रहे।
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