दिनेश साहू चारामा :- चारामा के चर्चित सभी सट्टा खाईवाल पिछले सप्ताह में कुछ दिनों के लिए अपनी थकान मिटाने छत्तीसगढ़ से बाहर क्या चले गए । नगर के कुछ लोगों ने उसे चारामा पुलिस का खौफ़ समझ लिया । जबकि ऐसा कुछ भी नही है । चारामा के सटोरियों के अपने अलग ही जलवे हैं । उनका मानना है कि उनके इलाके के थाने के वे खुद मालिक हैं । और बहुत सालों से इन पर कोई ठोस कार्यवाही नही होने से अब सटोरियों के दावे सच भी साबित होते नजर आने लगे हैं । पुलिस के डर से शहर छोड़कर भागने वाली टिप्पणी के ठीक बाद सूत्रों से खबर मिल रही है कि नगर के सट्टा खाईवाल अब खुलेआम चैलेंज करते दिखाई दे रहे हैं कि उनका कारोबार ठीक वैसे ही चलता रहेगा जैसे वर्षों से चलता आया है । उन्हें अपने आप में भरोषा है कि उनका कोई बाल भी बाँका नहीं कर सकता और वे सबको मैनेज कर लेंगे । नगर मे धड़ल्ले से अवैध कारोबार करने के बाद भी ऐसा हौंसला रखना भी अपने आप में दमदारी की बात है । अन्यथा अवैध कारोबार में लिप्त लोग अक्सर पुलिस से बचते नजर आते हैं । लेकिन चारामा में ऐसा कुछ भी नही है । बल्कि इनके अवैध कारोबार में रोड़ा डालने वाले जिम्मेदारों को तो सेटिंग करने मे सटोरियों को महारत हासिल है । जो कि आज तक बिना कोई ठोस कार्यवाही के अपना कारोबार धड़ल्ले से चला रहे हैं । इन सटोरियों के दावे इसका जीता जागता उदाहरण है । इसलिए पुलिस भी अब इन सभी चक्करों से खुद को दूर रख रही है । लेकिन मजबूरी ये भी है कि सट्टा जुआ जैसे अवैध कारोबार करने वालों को पुलिस अपने हाथ बाँधकर संरक्षण भी नही दे सकती । इसलिए चारामा जैसी छोटी जगहों पर रोजाना लाखों का अवैध कारोबार करने वाले सट्टा खाईवालों पर कोई ठोस कार्यवाही हो । इस बात को लेकर पुलिस से लोगों को काफी उम्मीदें हैं । ताकि इस बुराई पर कुछ हद तक लगाम लगाई जा सके ।
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