रोहित वर्मा खरोरा :- सदविप्र समाज सेवा छत्तीसगढ़ के सद्गुरु धाम आश्रम गौरखेड़ा में पूर्णिमा पर्व मनाया गया जिसमें सदगुरु स्वामी श्री कृष्णानंद जी महाराज ने बताया कि यह पर्व पूरे विश्व में भारत की देन है, परंपरा है गुरु जब आपके अंदर आत्मा रूपी चंद्रमा को पूर्ण रूप से परमात्मा के सामने खड़ा कर देता है और शिष्य जब कर लेता है तो अंदर गुरु पूर्णिमा की घटना घट जाती है आगे स्वामी जी ने बताया की यह पर्व आषाढ़ मास में आता है जब वर्षा से चारों तरफ हरियाली हो जाती है और भारतवर्ष में 70% किसान है आषाढ़ आते ही उनके चेहरे में भी मुस्कुराहट आ जाती है इसलिए आषाढ़ की पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है आगे सदगुरुदेव जी ने बताया कि हमें अपने परमात्मा से गुरू गोविन्द से एलाइनमेंट और ट्युनिंग बनाकर रखना चाहिए अर्थात हमें जो भी स्वाध्याय दिया गया है ,पाठ पूजा, ध्यान दिया गया है उसे नित्य करते रहना चाहिए जिससे हमारी परमात्मा से ट्यूनिंग बनी रहे और हमारी जिंदगी की गाड़ी आराम से बिना खटपट के चलती रहे आगे स्वामी जी ने कुम्हार और घड़े के उदाहरण से बताया की आज के दिन जो भी शिष्य अपने पापों को गुरु के चरण में अर्पण कर देता है, वह गुरु की प्रेम रुपी कृपा वर्षा से भरा रहता है और परमात्म की कृपा से उसका आध्यात्मिक, आर्थिक , समाजिक और राजनीतिक विकास निरंतर होता है। उक्त कार्यक्रम में सदवइप्र समाज सेवा छ ग के अध्यक्ष आ हेमंत जी , कोषाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा, उपाध्यक्ष योगेश वर्मा, लक्ष्मी बघेल, प्रथम प्रचारक डिगेश्वर आचार्य मनीष अग्रवाल नीरज अग्रवाल अश्विनी निषाद महात्मा राम कृष्ण जी महात्मा रामानुज जी एवं अन्य भक्त वृद्ध उपस्थित थे आचार्य श्री ने बताया कि हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सत्संग लाभ लिया और भंडारा प्राप्त किया सुबह ब्रह्म दीक्षा में भी सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया|
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