संतोष मरकाम ब्यूरो चीफ बस्तर संभाग :- बीजापुर जिले के पीडिया में हुई मुठभेड़ में मारे गए लोगों को लेकर मंगलवार को सर्व आदिवासी समाज की संभागीय बैठक कोया कुटमा समाज के भवन में हुई। इसमें कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा व सुकमा जिले के समाज प्रमुख शामिल हुए।
सर्व आदिवासी समाज के 58 सदस्यों के जांच दल ने बताया कि पीडिया में जो घटना हुई है वह फर्जी है। राज्य सरकार की आदिवासियों को खत्म करने की बड़ी साजिश है।
सरकार नहीं चाहती कि आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन का हक हो। इस कारण आदिवासियों को नक्सली के नाम पर फर्जी मुठभेड़ बना कर मार रही है| संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर कहा कि पीडिया और ईतावर पीड़ित परिवार व घायलों से मिले व घटना स्थल का निरीक्षण किया। पीड़ितों के बयानों के आधार पर 10 मई की घटना फर्जी है। इस दिन मुठभेड़ नहीं हुई थी। ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे इन्हें नदी किनारे चारों ओर से घेर कर मारा वे बचने एक बेल के पेड़ पर चढ़ गए थे, जिनको चिड़िया के जैसे मारा है। एक लाश पेड़ पर लटकी रही। पुलिस फोर्स ने बाद में सभी के चेहरे चाकू से गोद दिए। जांच दल ने निर्णय लिया है कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में 24 मई को सभी कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपेंगे। और 28 मई को संभाग बंद करेंगे। 7 जून से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे वहीं कोंडागांव जिले गोंडवाना समाज अध्यक्ष बुधसिंह नेताम को जिला बदर करने को लेकर संभाग स्तर पर बैठक कर कमिश्नर व उच्च अधिकारियों से बातचीत कर स्टे आर्डर लाने का निर्णय लिया है। बासागुड़ा पोटा केबिन में पढ़ने वाले कक्षा पांचवीं के 12 साल के छात्र चैतू कुंजाम का फर्जी मुठभेड़ के नाम पर एनकाउंटर किया है। उसकी निष्पक्ष जांचकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग होगी। बैठक में सर्व आदिवासी समाज के बलदेव मौर्य, हिडमो मडावी, डीएस नेताम, रतन कश्यप, पनकु नेताम, मीनू कुमेटी, गंगा नाग, रुक्मिणी कर्मा, सीताराम मांझी व अन्य सामाजिक पदाधिकारी गढ मौजूद थे।
सर्व आदिवासी समाज के 58 सदस्यों के जांच दल ने बताया कि पीडिया में जो घटना हुई है वह फर्जी है। राज्य सरकार की आदिवासियों को खत्म करने की बड़ी साजिश है।
सरकार नहीं चाहती कि आदिवासियों को जल, जंगल और जमीन का हक हो। इस कारण आदिवासियों को नक्सली के नाम पर फर्जी मुठभेड़ बना कर मार रही है| संभागीय अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर कहा कि पीडिया और ईतावर पीड़ित परिवार व घायलों से मिले व घटना स्थल का निरीक्षण किया। पीड़ितों के बयानों के आधार पर 10 मई की घटना फर्जी है। इस दिन मुठभेड़ नहीं हुई थी। ग्रामीण तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे इन्हें नदी किनारे चारों ओर से घेर कर मारा वे बचने एक बेल के पेड़ पर चढ़ गए थे, जिनको चिड़िया के जैसे मारा है। एक लाश पेड़ पर लटकी रही। पुलिस फोर्स ने बाद में सभी के चेहरे चाकू से गोद दिए। जांच दल ने निर्णय लिया है कि बस्तर संभाग के सभी जिलों में 24 मई को सभी कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपेंगे। और 28 मई को संभाग बंद करेंगे। 7 जून से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे वहीं कोंडागांव जिले गोंडवाना समाज अध्यक्ष बुधसिंह नेताम को जिला बदर करने को लेकर संभाग स्तर पर बैठक कर कमिश्नर व उच्च अधिकारियों से बातचीत कर स्टे आर्डर लाने का निर्णय लिया है। बासागुड़ा पोटा केबिन में पढ़ने वाले कक्षा पांचवीं के 12 साल के छात्र चैतू कुंजाम का फर्जी मुठभेड़ के नाम पर एनकाउंटर किया है। उसकी निष्पक्ष जांचकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग होगी। बैठक में सर्व आदिवासी समाज के बलदेव मौर्य, हिडमो मडावी, डीएस नेताम, रतन कश्यप, पनकु नेताम, मीनू कुमेटी, गंगा नाग, रुक्मिणी कर्मा, सीताराम मांझी व अन्य सामाजिक पदाधिकारी गढ मौजूद थे।