विजय गायकवाड़ रिपोर्टर कांकेर :- पूर्व विधायक सुमित्रा मारकोले ने प्रेसवार्ता में कहा कि कांग्रेस के नेताओं द्वारा लगातार देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की जा रही बयानबाजी को सजिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की चुप्पी बता रही है कि इन विवादित बयानों को उनकी मौन सहमति और शह मिली हुई है। कांग्रेस नेताओं के बयान पूरे देश के सभ्य समाज के लिए चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि कवासी लखमा द्वारा चुनावी सभा में लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोड़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिये ‘मरेगा’ जैसे शब्दों का उपयोग कर बयान दिया गया। बस्तर में कवासी लखमा युवाओं को पुलिस कर्मियों को तीर कमान से मार कर भगाने उत्साहित कर रहे हैं। कवासी वैसे भी झीरम समेत अनेक मामलों में संदिग्ध रहे हैं। झीरम का सबूत भूपेश बघेल भी अपनी जेब में होने का बात करते रहे हैं, जबकि आज तक उन्होंने साक्ष्य दिए नहीं । इससे पहले राजनांदगांव में भूपेश बघेल की नामांकन रैली को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष चरण दास मंहत ने कहा लाठी से मोदी का सिर फोड़ दें, ऐसा सांसद चहिए। शिव ( डहरिया) केवल गाली दे सकेत हैं मोदी को, जबकि भूपेश बघेल सर फोड़ सकते हैं। मोदी को परेशान कर कर के चीन भेज देना चाहिए।
श्रीमती मारकोले ने कहा कि राजनांदगांव लोकसभा के मोहला मानपुर के नक्सली सूरजू टेकाम (इसी हफ्ते गिरफ्तार हुआ है) ने कांग्रेस विधायक के मंच पर रहते ही यह आह्वान किया था कि भाजपा के लिए वोट मांगने आने वालों को काट देना चाहिए। बाद में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या भी हुई। क्या यह सभी कांग्रेस प्रायोजित नहीं है?
उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश के इमरान मसूद ने कहा कि ‘मोदी की बोटी बोटी कर देंगे’। मध्यप्रदेश के कांग्रेस नेता राजा पटेरिया ने कहा कि ‘ मोदी का मारना होगा’। जेएनयू में मस्लिम विश्विद्यालय में नारे लगे ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी जेएनयू की धरती पर’। पंजाब में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रवास के दौरान उन्हें घेर कर मार डालने की साजिश रची गई थी। प्रधानमंत्री बाल बाल बचे थे। खालिस्तानियों की रैली में भी ‘मर जा मोदी मर जा मोदी’ के नारे लगते रहे हैं। हाल ही में एक अखबार यह रिपोर्ट की है कि नक्सली बकायदा कांग्रेस को वोट देने के लिए लोगों को डरा धमका रहे हैं। आखिर क्या मामला है कि कांग्रेस के बयान न केवल पाकिस्तान, खालिस्तानी बल्कि नक्सलियों के जैसे हो रहे है। ये सभी एक ही भाषा बोल रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि पिछले दो चुनावों में काग्रेस बुरी तरह पराजित हुई है या यूं कह सकते हैं कि लोकतांत्रिक तरीके से बुरी तरह से परास्त हुई है। कांग्रेस की बौखलाहट इतनी कि इनके नेता मोदी जी के मरने की बदुआ कर रहे हैं। जनता इसका जवाब जरूर देगी।
इस दौरान पत्रकार वार्ता में जिला महामंत्री दिलीप जायसवाल, हीरा मरकाम, अंशु शुक्ला भी उपस्थित रहे।
Tags
राजनीतिक