विजय गायकवाड़ रिपोर्टर कांकेर- क्षेत्रिय गोंडवाना समाज समन्वय समिति सर्कल बड़गाँव के द्वारा रविवार को मदले गांव में रातूराम पोटाई माझी कालपाट परगना की अध्यक्षता में समाज की बैठक आहूत की गई जिसमें समाजिक विषयो को लेकर चर्चा की गई। समाज प्रमुखों ने गोंडवाना समाज मे शादी ब्याह में अनावश्यक और बढ़ती फिजूल खर्ची पर रोक लगाने चर्चा की गई,बैठक में प्रमुख रूप से बड़गाँव सर्कल के 36 गांव के गायता,गॉव के पटेल,मांझी,देव गायता,सरपंच, जनपद सदस्य, पंच,सामाजिक बुद्धिजीवी,सामाजिक कार्यकर्ता,ग्राम प्रमुख,महिलाए एवं लायीह लयोर उपस्थित थे।
सामाजिक बैठक में सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि गांव गांव में आयोजित हो रहे शादी ब्याह के कार्यक्रम में वर्तमान में कई तरह फिजूल खर्ची बढ़ रही है जो समाज के लिए हानिकारक है। इसलिए शादी विवाह के लिए नियमावली बनाई गई, जिसमे हैनाम सगा में सुखा चावल दाल सब्जी चलेगा अगर बकरा सुवर की मांग की जाती है तो 50 हजार का दंड लिया जाएगा। गांव में शादी विवाह में माइक एवं सिंपल बाजा बजाना है अगर डीजे बजाया जाएगा तो शादी करने वाले परिवार के अलावा गॉव का पटेल भी जिम्मेदार होगा,पटेल से 5 हजार और शादी घर वाले से 50 हजार रुपये का दंड वसूला जाएगा।गांव में शादी में दारू केवल 5 बोतल सामाजिक रीति रिवाज के लिए मान्य किया जाएगा,शादी के दिन गॉव में कोई शराब,दारू नही बिकेगी अगर बेचते पकड़ाया तो गॉव के पटेल को 3 हजार और बेचने वाले को 30 हजार का जुर्माना देना पड़ेगा।उसी जुर्माने में से सूचना देने वाले को 1500 सौ रुपया इनाम दिया जाएगा। शादी में भोजन इच्छा अनुसार खिलाया जाएगा।
समाज के संरक्षक दुखुराम नरेटी, ठाकुर राम नेताम, सियाराम पुड़ो ने बताया कि समाज मे फैल रही कुरीतियों को दूर करने के लिए इस तरह के कदम उठाए जा रहे है। समाज मे विदेशी शराब का चलन बंद होगा,शादी विवाह में टिकावन ,छठ्ठी के समय कपड़ा,बर्तन गुंडी,आदि वस्तु का टिकान नही करना है बल्कि उसकी जगह नगद पैसा का भेंट देना है।
बड़गाँव गोंडवाना सर्कल अध्यक्ष शम्भू सलाम ने बताया की गोंडवाना समाज प्राकृतिक जरूरतों के साथ सामाजिक कार्यो का निष्पादन करता है ,हमारे समाज मे देखादेखी नकल करने की परंपरा से समाज की परंपरा समाप्त होती जा रही है ।हमारी जागरूकता आने वाली पीढ़ी को एक नई दिशा देगी इसलिए समाज मे फैली बुराइयों को दूर करना आवश्यक है ।सम्भू सलाम ने कहा कि अगर किसी के घर मे लड़की पैठू आ गई है तो उसे छुपना नही है,संग साडवानी में लड़की लड़का ,महिला पुरुष 15 सौ रुपये देने का नियम है। लड़की के तरफ मड़वा होने पर नियम का समान छोड़कर सभी सामान की जिम्मेदारी लड़की पक्ष की होगी। अगर कोई लड़की पैठू चली गई है तो पहला बच्चा होने पर भूल भात दिया जाता है और दूसरा बच्चा होने पर भूल भात के साथ साथ मांझी शादी कर दिया जाएगा।
शादी में नाचने के लिए सामाजिक और गाड़ा बाजा का उपयोग किया जाएगा। सूखा शादी नाचना है दूसरा बाजा बजाने पर 5 हजार का दंड लिया जाएगा। महला दार को शादी विवाह पूर्ण शांति रूप से सम्पन्न करना है किसी भी प्रकार का अवरोध पैदा नही करना है।
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