विजय गायकवाड़ रिपोर्टर कांकेर :- भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक विक्रम उसेंडी ने छत्तीसगढ के कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट के क्लीन स्वीप के दावे को हास्यास्पद बताया है। श्री उसेंडी ने दावा किया कि कांग्रेस छत्तीसगढ में 11 सीटों पर उपयुक्त उम्मीदवार उतारने की स्थिति में नहीं है। कांग्रेस ने ले-देकर सात उम्मीदवार घोषित किए है, लेकिन उनका भी विरोध शुरु हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अन्य उम्मीदवारों पर बाहरी होेने के आरोप लग रहे हैं। बची हुई पांच सीटों में उम्मीदवार खड़े करने के लिए कांग्रेस को अपने नेताओं का मान मनौव्वल करना पड रहा है, क्योंकि वे सभी जानते हैं कि उनका चुनाव में हश्र क्या होना है। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट का यह अनुमान सहीं है कि इस बार चैंकाने वाले परिणाम आना तय है। प्रदेश में भाजपा को क्लीन स्वीप मिलने के साथ ही भाजपा इस बार 400 से अधिक सीटों के साथ केन्द्र में सरकार बनाएगी। कांग्रेस और इंडी गठबंधन को इस परिणाम के लिए तैयार रहना चाहिए।
विक्रम उसेंडी ने कहा कि कांग्रेस का मुख्य एजेंडा देश को लूटना है। 70 वर्षों तक सत्ता में रहने के दौरान केवल लूटपाट मचाया। बडी घोषणाएं करके अब ये जैसे भी हो सत्ता में वापस आना चाहते हैं लेकिन आम जनता इनकी बातों में आने वाली नहीं है। सच तो यह है कि कांग्रेस देश में अपने दम चुनाव लडने की स्थिति में नहीं है। तमाम विपक्षी दलों ने मिलकर जो इंडी गठबधन बनाया है, अभी उसका एजेंडा पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हुआ है। जो पार्टी पूरे देश में अपने दम पर चुुनाव लडने की स्थिति में नहीं है वह सत्ता में आने पर बडे-बडे वायदे कर रही है। कांग्रेस को अपना और गठबंधन का पिछला प्रदर्शन नहीं भूलना चाहिए। कांग्रेस पिछली बार 52 सीटों में सिमटकर रह गई थी, तो पूरा गठबंधन 92 सीटों के आगे नहीं बढ पाया था। इस बार तो हालात पिछली बार की तुलना में ज्यादा बुरे हैं। पार्टी बिखराव की स्थिति में हैं, देश भर से नेता पार्टी छोडकर जा रहे हैं, आचार संहिता लगने के बाद भी आधे उम्मीदवार तय नहीं हो पाए हैं! ऐसे में घोषणाओं के दम पर चुनाव जीतने का सपना देखना मुंगेरीलाल के हसीन सपने से ज्यादा कुछ नहीं है!
श्री उसेंडी ने कहा कि घोषणावीर कांग्रेस के नेता पहले ये तो बताएं कि लोकसभा चुनाव में उनकी कितनी सीट आने वाली है। छत्तीसगढ. के कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट भी केवल पहले से बेहतर परिणाम देने की बात कह रहे हैं, क्या कांग्रेस यह बताने की स्थिति में है कि वह इस लोकसभा चुनाव में कितना बेहतर परिणाम दे सकती है। 70 वर्षों तक कांग्रेस ने देश की जनता को गरीबी हटाओ के नाम पर ठगा है। महिलाओं को एक लाख रुपए देने की घोषणा भी गरीबी हटाओ घोषणा की तरह केवल जुमला है। कांग्रेसियों को पता है कि सत्ता में वापसी नहीं हो सकती तो ऐसे में बडी बडी घोषणाएं करने में क्या नुकसान है।
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