रोहित वर्मा खरोरा :- इंटरनेट के इस दौर में लोग युवाओं को केवल मौज-मस्ती करने वाली पीढ़ी के रूप में ही देखते हैं, लेकिन इस मिथक को छोटे से सुहेला पंचायत के कुछ युवाओं ने तोड़ दिया है। उन्होंने गरीब व बेसहारा लोगों की मदद के लिए "आयुष्मान सेवा समिति" ग्रुप बनाया है। इसके जरिए वे बेसहारा लोगों के लिए भोजन, कपड़े, घर और रोजमर्रा की जरूरतों का इंतजाम कर रहे हैं। इस ग्रुप में वे लोग जुड़े हैं जो अपनी ओर से पहले से ही इस काम में लगे थे। अब समूह के रूप में सेवा कार्य कर रहे हैं। वर्तमान में ग्रुप के सदस्यों की संख्या 28 है। इसमें सुहेला अंचल के युवा जुड़े हैं।
युवा समूह कहती है- हम लोग तो अपने घर में आराम से रहते हैं लेकिन बहुत से ऐसे लोग है जिन्हें दो वक्त की रोटी और छत भी नसीब नहीं होती। लिहाजा करीब 2014 के पहले मन में आया कि एक ऐसा समूह तैयार किया जाए जो इस तरह के लोगों की मदद करे। फिर "आयुष्मान सेवा समिति की नींव रख दी। समिति में व्यापारी, शिक्षक, ग्रामीण, नौकरी पेशा, जुड़े है इसके सभी सदस्य मासिक योगदान से सहयोग कर एक-दूसरे को उनके क्षेत्र के जरूरतमंद व्यक्ति की सूचना देते हैं और अपने हिसाब से फिर मदद मुहैया करवाते हैं।
यह कार्य बिना किसी राजनीतिक सहयोग से युवा नी: स्वार्थ भाव से करते आ रहे है। पर्यावरण को बढ़ावा देने हेतु देखरेख के साथ अब तक 1000 वृक्ष लगा चुके हैं। साथ ही गांवों में समय समय पर रक्तदान शिविर आयोजित किया जाता है।
जहां प्रशासन ने मुंह मोड़ लिया वहा नी:शक्तजनों के सहारा बनकर बेटे का फर्ज निभाया
गांव की ही रुखमिन निषाद उम्र 71 वर्ष ने बताया घर में मैं और मेरा बेटा रहते हैं दोनो लकवा ग्रस्त है और बीमार है सरकार की योजनाएं सिर्फ कागजों तक सिमटी है जरूरतमंद होते हुए भी लाभ मिला नही, न निराश्रित नही मिलता है, चावल माह में 10 किलो ही मिलता है । प्रशासन हमारी कोई सुध नहीं ले रहे थे गुजारा करना मुश्किल हो गया था ऐसे समय में आयुष्मान समिति वाले सहायता करने आगे आए जिसमे हर महीने राशन समान तेल, शक्कर, धनिया ,मिर्च, दाल, चावल, नमक ,आलू, साबुन आदि देते हैं साथ ही 1000रू नकद सब्जी का देते है , लगभग रू 4000 का प्रतिमाह येलोपेथिक, पतंजलि आयुर्वेदिक दवाई खरीदकर लाकर देते हैं स्वास्थ्य में पहले से अधिक सुधार आ रहा है , समिति वाले भगवान बराबर है जो हमारी दुख के समय निःस्वार्थ रूप से सहायता कर रहे हैं । बहुत बहुत धन्यवाद देती हूं।
वही मनबोद निषाद उम्र 46 वर्ष ने बताया मां भी अब चल नही पाती मैं स्वयं भी लकवा ग्रस्त हु कुछ माह पुर्व पिता जी के गुजर जाने के बाद स्थिति बहुत खराब हो गई तब आयुष्मान समिति को हमारी स्थिति की जानकारी प्राप्त हुई तब वह हमारी सहायता करने आगे आए और नी स्वार्थ रूप से सेवा करते आ रहे है।
वही गरीबी परिवार जिसमे मां और बेटे है दोनो लकवा ग्रस्त है कुछ माह पर पूर्व पति बीमारी से मृत्यू हो गया इलाज हेतु संपत्ति बेच दिया है अब कुछ भी नही बचा समिति द्वारा सम्पर्क कर 8 माह से परिवार की सेवा कर रहे हैं राशन ,दवाई, सब्जी खर्च दे रहे है अब तक लगभग 75000 से 80000 तक समिति खर्च कर चुके है और करते आ रहे है।
समिति के सदस्य भुवनेश्वर वर्मा ने बताया आयुष्मान सेवा समिति सुहेला का गठन 2014 से है मुख्य उद्देश्य सेवा कार्य है विशुब्ध रूप से राजनीति से परे है, समय समय पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है । समिति में कोई विशेष पद नहीं है सभी सदस्य है सभी अध्यक्ष है मिलकर कार्य करते हैं।
समिति सदस्य जितेंद्र नायक ने बताया गांव के स्वर्गीय होशियार प्रसाद निषाद के परिवार है जो कुछ माह पूर्व बीमारी कारण मृत्यु हो गई उनके पत्नी और पुत्र दोनो लकवा ग्रस्त है बहुत गरीब है समिति को स्थिति की जानकारी हुई तो मदद करने के लिए सामने निःस्वार्थ भाव से सहयोग कर रहे है चाहते है की हमारे आस पास के लोग सुखी रहें हमारे बीच के व्यक्ति को एहसास न हो की हमारे गरीबी में देखने वाले कोई नहीं है ऐसा कार्य करने में आनंद आता है ।
आयुष्मान समीति के सदस्य जो लोगो की सहायता हेतु हमेशा तत्पर रहते हैं भुनेश्वर वर्मा, जयंत वर्मा, विष्णु साहू, जितेंद्र नायक,विजय वर्मा, बीरेंद्र वर्मा, मनीष वर्मा, विद्या वर्मा, अजय दास , काशीराम सेन, छम्मन साहू, झामेश्वर, रुदेव साहू, मूलचंद , गजानंद, परस पाल, मनोज सेन, गेंदू साहू, अरविंद वर्मा, गिरिजा वर्मा, किशोर वर्मा, यशवंत बंजारे, रामनारायण साहू, भागीरथी वर्मा, संदीप पाण्डेय , हिर्दय यादव, जयप्रकाश वर्मा , जागेश्वर वर्मा शामिल है।
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