संजय शेंडे ब्यूरो चीफ एम.एम.सी :- सीतागांव वनांचल क्षेत्र आश्रित ग्राम पंचायत हलाजूर के आश्रित ग्राम एडसमेटा सीतागांव थानाक्षेत्र में आता है। सीतागांव से लगभग सात से आठ किलोमीटर दूर मोहला मानपुर अं.चौकी जिला छत्तीसगढ़ के अंतिम सीमा पर स्थित ग्राम एडसमेटा है ग्राम से लगा बहुत बड़ा डेम है। सन 1970 में बसा हुआ है राजस्व ग्राम है एडसमेटा में 12 घर और जनसंख्या 65 के आसपास है देश के आजादी के बाद में भी आज अंधकारमय जिंदगी जी रहे हैं ना रोड़,ना बिजली ना सी सी रोड है घर घर में सौर ऊर्जा बैट्री लगी हुई है दिखावे के लिए दिन तो जैसे तैसे कट जाता है रात में बड़ी दिक्कत होती है। वर्तमान में सौर ऊर्जा पानी टंकी अभी लगा हुआ है वहां का पानी पीने योग्य नहीं हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी अनुसार अपने बच्चों को डेम में नाव में बैठाकर स्कूल पहुंचाना पड़ता है 54 नंबर ढोरकटा शाला में कांकेर जिला में अपने बच्चों को पढ़ाने के छोड़ना पड़ा है और बच्चों को नाव में बैठकर अपने बच्चों को लाने जाना पड़ता है डेम के बीचों बीच कभी भी नाव पलटी मार सकता है उसमे पिता और अपने बच्चों की जिंदगी खतरे भरी होती है।दस सालों तक रमन सरकार ने भी कुछ नहीं किया और बघेल सरकार पांच साल रहे उन्होंने ने भी कुछ नहीं किया वर्तमान में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी उपर उम्मीद लगाए हुए बैठे हुए हैं।कई बार विधायक को आवेदन दिया गया। रोड़ पानी, बिजली की समस्या लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया ग्रामीणों के द्वारा हर विभाग में अपने गांव की समस्या लेकर आवेदन प्रस्तुत किया गया लेकिन अभी तक कोई निराकरण नहीं किया। आखिर आज भी अंधकारमय जिंदगी जी रहे हैं लोग।
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