RKK दुर्गकोंदल :- कंगलू कुम्हार शासकीय महाविद्यालय दुर्गूकोंदल में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) भिलाई एवं पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के सहयोग से छात्र-छात्राओं के लिए "वित्तीय साक्षरता विषय पर तीन दिवसीय "राष्ट्रीय कार्यशाला" का समापन 24 फरवरी को हुआ।
समापन समारोह में उपस्थित मुख्य अतिथि प्रवीण केरकेट्टा बैंक मैनेजर एसबीआई भानुप्रतापपुर द्वारा तीन दिवसीय वित्तीय साक्षरता से संबंधित प्रतिभागियों से विशेष चर्चा किए, प्रतिभागियों का इन तीन दिनों के कार्यशाला में जो भी संदेह व प्रश्न रहा है तथा स्वयं के बैंक खाता से संबंधित जो भी समस्या रहा है सभी प्रतिभागी मैनेजर के समक्ष खुल कर रखे।
कार्यक्रम का अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डी.एल. बढ़ाई ने कहा कि महाविद्यालय में इस प्रकार के अलग अलग विधा में कार्यक्रम का आयोजन होना चाहिए, वित्तीय साक्षरता के कार्यशाला में प्रतिभागी जो भी सीखें है यदि इसे अपने जीवन में लागू करते हैं तो निश्चित ही इसका मुनाफा दिखेगा और न ही भविष्य में किसी आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा। विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित डेरहिन मटियारा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुंए कहा कि हमारे खाने-पीने से लेकर दैनिक जीवन की सभी अनावश्यक खर्च पर नियंत्रण कर बचत पैसों का सहीं जगह निवेश करें। वित्तीय प्रबंधन से संबंधित फायदे व नुकसान को सांप-सीढ़ी का खेल के माध्यम से समझाया।
विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित कौशल मांझी ने बताया कि कैसे हम ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर ऑफर का लालच देकर लिंक भेज दिया जाता है, जिसपर क्लिक करते ही सभी पर्सनल डाटा हैकर के पास चला जाता है। आजकल आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के माध्यम से भी अपने रिश्तेदार या मित्र के आवाज से काॅल कर के पैसे की मांग की जाती है। सोशल मीडिया पर किसी का क्लोन प्रोफाइल बनाकर पैसों की मांग करना आजकल आम हो गया है। मांझी जी ने कहा कि किसी भी फ्री ऑफर के लालच में न आएं, न ही किसी लकी नंबर वाली काॅल में फंसे, पैसे मेहनत से हासिल की जाती है, कोई फ्री में क्यों पैसे बाटेंगे। किसी को ओटीपी शेयर न करें। किसी के साथ वित्तीय धोखाधड़ी होने से तुरंत ही क्राइम ब्रांच को सूचित करें। वित्तीय क्राइम ब्रांच हेल्पलाइन नंबर 155260 पर काॅल कर के अपना शिकायत दर्ज करायें।
प्रतिभागी तीन दिवसीय कार्यशाला का फीडबैक व अनुभव साझा करने के दौरान कहा कि वित्तीय प्रबंधन जीवन में जन्म से मृत्यू तक का आवश्यक पहलू है साथ ही हम सभी किसी न किसी बैंक के खाताधारक हैं हमारे चारों ओर कई वित्तीय धोखाधड़ी जैसे घटनाएं देखने को मिलता है। इस प्रकार का महत्वपूर्ण जानकारियां किसी भी हमारे पाठ्यक्रम में नही है, यह तीन दिवसीय कार्यशाला हमारे लिए बहुत ही लाभदायक रहा।
उक्त तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह में कार्यशाला के आयोजक डाॅ सुनिल कुमार कुमेटी प्रोफेसर अर्थशास्त्र पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, सह-आयोजक खेमनलाल मंडावी, प्रो. अर्थशास्त्र, कंगलू कुम्हार शासकीय महाविद्यालय दुर्गूकोंदल व महाविद्यालयीन समस्त प्राध्यापकगण, कार्यालयीन स्टाफ व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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