पवन बघेल तिल्दा नेवरा :- तिल्दा नेवरा शहर में छत्तीसगढ़ सरकार की लाख कोशिशो के बावजूद कोच्चिया प्रथा बंद होते हुए नजर नहीं आ रही है गली-गली में अवैध शराब की बिक्री हो रही है जिसपर लगाम लगा पाना मुश्किल है जिम्मेदार अधिकारी आंख बंद करके बैठे हुए हैं शहर का ऐसा कोई गली नहीं होगा जहां नशा के नाम पर कुछ न बिकता होगा शराब , गांजा, नशीली दवाइयां,हर गली मोहल्ले में बिकते हुए नजर आ जाएंगे।
कोचिंयो द्वारा बच्चों व बुजुर्गों से दो दो तीन तीन पव्वा मंगाकर इकट्ठा करके रात 10 बजे के बाद और सुबह 5 बजे से शराब घरो से 150रू से 180रू तक बेचते हैं नेवरा से लेकर तिल्दा बस्ती तक नशा प्रेमी शराब कोचियो के चंगुल में फंसा हुआ है वार्डो में खुले आम शराब बिक रही हैं लेकिन पुलिस प्रशासन वहां से अपने आंख बंद करके निकल जाती है पुलिस प्रशासन की कार्यवाही का डर इन लोगों को बिल्कुल नहीं है अगर कार्यवाही की भी जाती है तो क्या सुबह को पकड़े और शाम तक जमानत में वापस छूट जाते हैं अगर ऐसा ही चलता रहा तो शहर कुछ दिनों के बाद अपराध का गढ़ बन जाएगा एक ओर जहां युवाओं को शासन के द्वारा योजना बनाकर रोजगार उपलब्ध कराने की कोशिश की जा रही है वहीं दूसरी ओर शहर में अवैध शराब बिक्री करने वाले युवाओं को नशे की ओर ढकेलेने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे है युवा पीढ़ी को देश की रीढ़ की हड्डी कही जाती है लेकिन आज कुछ युवा भ्रमित होकर नशे की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है जो एक सभ्य समाज के लिए चिंतन का विषय है। इस अवैध शराब बिक्री के संदर्भ में तिल्दा नेवरा के थानेदार को सुचना देने पर कोचिया को समझाइश के नाम पर अगाह कर देते हैं
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