RKK की रिपोर्ट दुर्गुकोंदल :- आजादी के बाद भारत को एक लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए देश का संविधान आधिकारिक तौर पर 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। तब से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।गणतंत्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस वर्ष 2024 में भारत का 74वां गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों वर्ष 2024 के मुख्य अतिथि हैं। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, भारतीय संविधान के रचियता डाॅ. भीमराव अम्बेडकर हैं। गणतंत्र दिवस को राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाते हैं। इस दिन पूरे देश में जश्न का माहौल होता है।इस अवसर पर दुर्गुकोंदल क्षेत्र के स्कूल-कॉलेज, सरकारी और गैर सरकारी दफ्तरों में झंडा रोहण किया जाएगा। देशभक्ति के नारे के साथ प्रभातफेरी निकाली जाएगी और भारत की गौरवपूर्ण गाथा को गाकर गर्व महसूस किया जाएगा। 26 जनवरी के मौके पर आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में प्राचार्य एस डी दास, एकलव्य विद्यालय में बैजनाथ नरेटी, जनपद पंचायत दुर्गुकोंदल में संतो दुग्गा अध्यक्ष जनपद पंचायत, खंड शिक्षा कार्यलय में मनीषा मंडावी अध्यक्ष शिक्षा समिति, कृषि विभाग में कृषि सभापति, वन विभाग में वन सभापति, महिला एवं बाल विकास कार्यालय, अटल चौक, थाना, बीएसएफ कैम्प, स्वास्थ्य विभाग, आसपास के स्कूलों में ध्वजारोहण के साथ रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चे प्रतिभाग करेंगे।संजय वस्त्रकार ब्याख्याता ने कहा कि वैसे तो गणतंत्र दिवस के लिए स्कूलों में तैयारी पहले से ही शुरू हो गई है लेकिन अगर आपका बच्चा भी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा है तो उसे देशभक्ति जगाने वाले जोशीले नारे व गीत अवश्य सिखाएं। आजादी की जंग में शामिल क्रांतिकारियों ने इन्हीं नारों के जरिए भारत को स्वतंत्र कराने के लिए देशवासियों को एकजुट किया था। गणतंत्र दिवस पर बच्चों को जोश से भर देने वाले देशभक्ति के नारे सिखाएं।
Tags
राष्ट्रीय पर्व