दिनेश साहू चारामा :- चारामा तहसील के अन्तर्गत कुछ किसान नए किसान किताब के लिए भटकते नजर आ रहे हैं । उनका कहना है कि वे जब अपने हल्का पटवारी से नए किसान किताब बनाने की मांग करते हैं तो उनको कहा जाता है कि तहसील कार्यालय में अभी किसान किताब उपलब्ध नहीं है और जैसे ही कार्यालय में किसान किताब उपलब्ध हो जाएगा उनको बनाकर दे दिया जाएगा ।
किसानों को हो रही परेशानियों को देखते हुए जब इस संबंध में छत्तीसगढ़ समाचार टीवी के संवाददाता ने वास्तविक जानकारी जुटाने का प्रयास करते हुए तहसील कार्यालय के कानूनगो शाखा में फोन पर चर्चा की तो पता चला कि कार्यालय में कुछ समय से किसान किताब उपलब्ध नहीं है अधिकारी कर्मचारी के चुनाव ड्यूटी में तैनात होने के कारण जिला कार्यालय से किसान किताब नही मिल पाने का हवाला दिया गया । इस संबंध मे जब चारामा के तहसीलदार से फोन पर चर्चा की गयी तो उन्होनें तहसील कार्यालय में किसान किताब उपलब्ध होने की जानकारी देते हुए कहा की जिस भी पटवारी के पास किसान किताब नही है वो कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं । लेकिन अब देखना यह है कि आखिर किसान किताब होते हुए भी किसान क्यों भटक रहे हैं वहीं सूत्रों से जानकारी मिल रही है की कार्यालय में नि: शुल्क किसान किताब तो उपलब्ध है लेकिन श:शुल्क किसान किताब की किल्लत बनी हुई है ऐसी स्थिति में मशहूर हिंदी कॉमेडी फिल्म गोलमाल का वो गाना सहज याद आ जाता है जिसके मुखड़े हैं *गोलमाल है भाई सब गोलमाल है* अभी किसानों को अपनी धान की बिक्री करने का समय है और इस प्रशासनिक गोलमाल के बीच आखिर कब तक फंसे रहेंगे किसान और कब तक होगा उनकी समस्या का समाधान ये तो वक्त ही बताएगा ।
Tags
कृषि