रोहित वर्मा की रिपोर्ट खरोरा- खरोरा सहित आसपास ग्रामीण अंचल में अपने गांव का नाम रोशन करने वाले अंचल के ग्राम कनकी निवासी है ।
रायपुर जिले के थाना खरोरा के अंतर्गत छोटे से गांव - कनकी में एक वरीष्ठ साहित्यकार जितेन्द्र निर्मलकर उर्फ़ "जितला " का जीवन साहित्यिक रचना व सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में ही हुआ है जो कि एक आदर्श व प्रेरणा से कम नहीं है।
कितनी गर्व की बात है कि हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक ऐसे भी सामाजिक कार्यकर्ता व साहित्यकार है जो कि अपने उम्र के साथ ही साथ कामयाबी की ऊचाईयो भी छू रहा है। निर्मलकर बहुत ही सरल, सहज और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी है।
अपने क्षेत्र का नाम रोशन करने वाले कि निर्मलकर की प्रतिभा को नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी के तत्वाधान में 39 वां राष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन में 10 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी के तत्वाधान में मुख्य अतिथि डॉक्टर सत्यनारायण जटिया पूर्व केंद्रीय मंत्री सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार, राज्यसभा सांसद निरंजन बीसी के मुख्य आतिथ्य में तथा ओ. पी. आजाद राष्ट्रीय अध्यक्ष यूके. भारतीय दलित साहित्य अकादमी व युवराज बीके राष्ट्रीय महामंत्री नेपाल दलित साहित्य अकादमी के विशिष्ट आतिथ्य में निर्मलकर को महात्मा ज्योतिबा फूले नेशनल फेलोशिप अवार्ड 2023 की मानद उपाधि से नवाजा गया ।
निर्मलकर को साहित्यिक क्षेत्र एवं शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न साहित्यकारों व गणमान्य अतिथियों के बीच कर तल ध्वनि के गड़गड़ाहट के साथ जितेन्द्र निर्मलकर को महात्मा ज्योतिबा फूले नेशनल फेलोशिप अवार्ड 2023 की मनद उपाधि से सम्मानित किया गया ।
यह उपाधि उन्हें उनके साहित्यिक क्षेत्र एवं शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु नवाजा गया है। अपने गांव का नाम रोशन करने वाले जितेंद्र कुमार निर्मलकर उर्फ जितला को समस्त ग्राम वासियों ने शुभकामनाएं दी।
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