रोहित वर्मा की रिपोर्ट खरोरा- हमारे लिए अत्यंत ही हर्ष और गर्व की बात है कि हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश में एक ऐसे शख्सियत है जो कि पेशे से तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर है, तथा वर्तमान में विद्युत विभाग में बलौदा बाजार जिले में पदस्थ हैं। इंजीनियर साहब , इंजीनियर तो है ही इससे भी बड़ी बात यह है कि वह इंजीनियर के साथ ही साथ एक अच्छे गीतकार , गायक व कवि ( साहित्यकार) भी हैं।
जिन्हें हम सब यूट्यूब के माध्यम से देख वह सुन सकते हैं। उनकी इस प्रतिभा को यदि हम विलक्षण प्रतिभा के धनी कहें तो यह कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। इंजीनियर श्री सुरेश कुमार बंजारे बहुत ही सरल, सहज और मिलनसार व्यक्तित्व के धनी है ।
यह बताते हुए हमें अत्यंत हर्ष हो रहा है कि इंजीनियर साहब की प्रतिभा को नई दिल्ली में 10 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी के तत्वाधान में "बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर फेलोशिप अवार्ड 2023 " की मानद उपाधि से नवाजा जाएगा ।
भारतीय दलित साहित्य अकादमी के तत्वाधान में 39 वां राष्ट्रीय दलित साहित्यकार सम्मेलन पंचशील आश्रम , झड़ौदा गांव ( बुराड़ी बाईपास रोड) निरंकारी समागम ग्राउंड के सामने ,आउटर रिंग रोड नई दिल्ली - 84 मे आयोजित किया जा रहा है । जहां भारतीय दलित साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सोहनलाल सुुमनाक्षर व छत्तीसगढ़ प्रदेशाध्यक्ष श्री जी .आर. बंजारे 'ज्वाला ' जी की कुशल मार्गदर्शन व वरीष्ठ साहित्यकार श्री जितेंद्र निर्मलकर जी की उपस्थिति में इंजीनियर साहब को साहित्यिक क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न साहित्यकारों के बीच कर तल ध्वनि के गड़गड़ाहट के साथ इंजीनियर श्री सुरेश कुमार बंजारे जी को " बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर फेलोशिप अवार्ड 2023 ""की मनद उपाधि से सम्मानित किया जाएगा ।
विदित हो कि भारतीय संविधान की स्थापना दिवस 26 नवंबर 2023 के दिन गोंडवाना भवन धमतरी में * भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य इकाई * द्वारा राज्य स्तरीय प्रादेशिक सम्यक प्रबोधन एवं सम्मान समारोह 2023 का आयोजन किया गया था जिसमें अवार्ड 2023 की '' मानद् उपाधि बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर समता अवार्ड 2023'' की सम्मान से भी इंजीनियर श्री सुरेश कुमार बंजारे को सम्मानित किया गया है ।
हम सब प्रदेशवासी उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं ।
श्री बंजारे जी ने बताया कि उक्त मंच तक पहुंचाने में वरिष्ठ साहित्यकार श्री जितेंद्र निर्मलकर जी का विशेष योगदान रहा है ।
Tags
सम्मानित