मन्नू राम साहू, विवेक साहू की रिपोर्ट नरहरपुर- मेला मड़ई आस्था व विश्वास का प्रतीत होता है बस्तर की संस्कृति मे मेला मड़ई का विशेष महत्व है, इसी के तहत इलाके का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध नगर पंचायत नरहरपुर का दो दिवसीय वार्षिक मेला मंगलवार को शुरू हुआ, मेला मे शामिल होने नरहरपुर के साथ आसपास के गांवों के सिरहा, आगा, देवी देवताओं को आमंत्रित किया गया।
मेला मे गोंडवाना आदिवासी समाज के प्रमुख देव बूढ़ादेव प्रमुख रूप से शामिल हुए समस्त देवी देवताओं को ग्राम प्रमुख एवं पुजारियों द्वारा सम्मान पूर्वक मेला का ढाई चक्कर पूरा करवाया गया, पूजा पाठ तथा देव परिक्रमा के दौरान नगर तथा ग्रामीण अंचलों के लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, लोगों द्वारा मेले मे पहुंचे सभी देवी देवताओं को फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया।
मेले को लेकर लोगों मे काफी उत्साह है मेले के पहले दिन ग्रामीण अंचलों के लोगों ने जमकर खरीददारी की, युवतियां फैंसी आइटम, कपड़े, श्रृंगार सौंदर्य सामानों की जमकर खरीदी की वहीं महिलाएं घरेलू समान, बचो के लिए खिलौने, कपड़ा आदि की शापिंग की, नरहरपुर का मेला इलाके का सबसे बड़ा मेला होने के कारण इसमें दुर्ग, भिलाई, धमतरी, कांकेर, केशकाल, चारामा, सरोना व अन्य शहरों से छोटे बड़े व्यापारी इस मेले मे व्यापार करने पहुंचे, लोगों के मनोरंजन के लिए नगर के उन्मुक्त खेल मैदान मे मीना बाजार लगाया गया है, जिसमें ड्रेगन झूला, ब्रेक डांस झूला, आकाश झूला, डोरा डोरा झूला, अप डाउन झूला, का लोग पूरा मनोरंजन कर रहे है वहीं बचे कार झूला, हेलीकाप्टर झूला, सहित आकर्षक झूले का भरपूर आनंद ले रहे है, व्यापारी राजेश नेताम, मनोज साहू, पीयूष नागवंशी ने कहा की नरहरपुर मेला मे पहली बार व्यापार करने पहुंचे है, वहीं मेले मे आकर्षक का केंद्र क्राप्ट बाजार है जिसमें एक छत के नीचे सारी आकर्षक सभी सामानों का स्टाल लगाया गया है जिसे लोग काफी पसंद कर रहे है।
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