पवन बघेल की रिपोर्ट तिल्दा नेवरा- तिल्दा नेवरा के समीप ग्राम बैकुंठ मे जोगी कुंआ धाम है बैकुंठ का नाम तीन गावो को जोडकर बनाया गया है बहेसर कुंदरू ठंडवा तीनो गाव के बार्डर मे सेनचुरी सिमेंट कंपनी है कंपनी के अंदर जोगी कुआ धाम है वहा दशहरा के दिन जैत खाम मे पालो चढ़ाते है।
ग्राम बहेसर से झंडा को तैयार कर पुरा ग्राम वासी मिलकर डीजे पंथी डंडा तलवार लेकर नाचते गाते डंडा का कर्तब दिखाते हुये बाबा गुरू घासी दास की जय बोलाते हुये जोगी कुआ धाम जाते है वहा जैत स्थंभ मे पुजा अर्चना कर पालो चढाते है दुर दुर से लेाग जोगी कुआ धाम दर्शन के लिये आते वहा तीन बडे बडे पत्थर है जिसका आवाज मांदर की तरह बजते है जोगी कुआ धाम का महिमा है कि वहा पर तीन कुंढ है कुंढ के अमृत जल को खेतो मे छिडकाव करते है जिससे खेतो मे बिमारी नही आता जैत खाम मे पालो चढाने के बाद रावण दहन किया जाता है दशहरा के दिन वहा हर साल मेला लगता है।
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