ग्राम बनसागर में चार दिनों तक लगातार रामचरित्र मानस पर आधारित रामलीला का मंचन किया गया वही रामायण मंडली ग्राम बनसागर के मैनेजर लखनलाल कुंजाम, रामकृष्ण पटेल, सूरजलाल वट्टी ने बताया है कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष में विजयदशमी दशहरा पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर असत्य पर सत्य की जीत बुराई पर अच्छाई तथा अज्ञान पर ज्ञान की विजय यह संदेश विजयदशमी दशहरा पर्व में हमें मिलता है इसके साथ-साथ अपने अंदर की बुराई ईर्ष्या द्वेष अंतर कलह घमंड अहंकार को त्याग का आदर्श जीवन जीने का मार्ग दिखाती है इस रामलीला मंचन में बाल कांड से लेकर आरिडया कांड, किष्किंधा कांड, लंका कांड, एवं भगवान श्रीराम सीता, लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न हनुमान मेघनाद, कुंभकर्ण, विभीषण, एवं अन्य पात्रों का चरित्र उल्लेख मंचन के माध्यम से किया गया वहीं विजयदशमी के दिन प्रभु श्री राम ने रावण का वध करते समय रावण के अहंकार का भी मर्दन किया था। एवं रावण का अहंकार और उसके वचनों का उल्लेख रावण दहन के दौरान किया गया और रावण वध की गई और लोग दशहरा पर्व की बधाई एक दूसरे को दी गई रावण वध के बाद मंचन में राजतिलक कार्यक्रम का आयोजन समिति के द्वारा किया गया जिसमें राजतिलक में राम दरबार हनुमान राम सीता लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न का राज्याभिषेक राजतिलक का प्रस्तुति रामलीला के कलाकारों के द्वारा दी गई जिसमें गांव के लोगों के द्वारा दान स्वरूप नगद राशि अनाज भेंट की, इस रामलीला कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रमुख रूप से रामकृष्ण पटेल, कृष्णा राम मंडावी लखन कुंजाम सूरज लाल वट्टी, श्रवण साहू, किशन कुंजाम, मनसुखा निषाद,राजकुमार निषाद, वाद्य यंत्र पक्ष में रामदयाल वट्टी,बनवारीराम नेताम, चेतन परडोटी, बुद्धू राम सुरोजिया,मानसाय नेताम, जगनमोहन मंडावी काशी कुंजाम बाबूलाल गजीर,रामजीवन पटेल, संजीव पटेल,उमेश कुमार साहू, मिलक राम वट्टी ,प्रेमलाल कुंजाम, उपेंद्र कुंजाम, गोपीचंद सेन,परशुराम नेताम, हरिशंकर कुंजाम, रैनलाल चक्रधारी, रोहित साहू,भानुराम नेताम,उमेश साहू, रविंद्र यादव, गोविंद पटेल, इतवारी राम नेताम, आदि रहा तथा कार्यक्रम का संचालन रमेश कुमार साहू के द्वारा किया गया l
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