दिनेश साहू चारामा - शारदीय नवरात्रि पर्व का आज दुर्गा अष्टमी का दिन है । पूरे नौ दिनों तक मंदिरों में मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा हो रही है पंडित सुख नारायण त्रिपाठी जी बताते हैं कि नवरात्र पर्व पर मां के हर स्वरूप का खास महत्व होता है । इस अवसर पर विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना करने के साथ मां दुर्गा के 6 प्रभावशाली मंत्रों का जाप किया जाए तो श्रद्धालुओं के सारे कष्ट दूर होते हैं, जीवन में सुख, शांति व समृद्धि बनी रहती है और मन भी शांत रहता है । नवरात्र पर्व पर देवी दुर्गा के इन मंत्रों को जपने से तीनों लोक के देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का भी आशीर्वाद सभी के साथ बना रहता है ।
*मां दुर्गा के मंत्र *
1- ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
2- या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।
3_या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,
4_नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
5- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते ।।
6- दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तोः। सवर्स्धः स्मृता मतिमतीव शुभाम् ददासि।।
*दुर्गे देवि नमस्तुभ्यं सर्वकामार्थसाधिके। मम सिद्धिमसिद्धिं वा स्वप्ने सर्वं प्रदर्शय।।*
*मां दुर्गा ध्यान मंत्र है |*
*ॐ जटा जूट समायुक्तमर्धेंन्दु कृत लक्षणाम |*
*लोचनत्रय संयुक्तां पद्मेन्दुसद्यशाननाम॥*
*दुर्गा मंत्र के लाभ*
- यह मंत्र आत्मा को खोलेगा और चेतना को जगाएगा । यह सारे महत्वपूर्ण मंत्र हैं ।
इस मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.
- देवी दुर्गा की पूजा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है और नकारात्मकता दूर होती है ।
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