दीपक पुड़ो संपादक छत्तीसगढ़ समाचार TV- कांकेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के प्रबल दावेदार और राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य तथा वनोपज सहकारी संघ के अध्यक्ष नितिन पोटाई ने प्रेसवार्ता कर छत्तीसगढ़ में प्रदेश के भूपेश बघेल सरकार की जनकल्याणकारी योजना राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गौधन न्याय योजना, कर्जा माफ योजना, राजीव युवा मितान, मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी योजना, 4000 रू. मानक बोरा की दर से तेन्दुपत्ता की खरीदी तथा पेसा कानून आदि की चर्चा करते हुए कहा कि वे पिछले 20 वर्षों से निरंतर कांग्रेस सरकार की योजनाओं एवं कांग्रेस पार्टी की रीति नीति का प्रचार - प्रसार कर रहे है, जिसका उन्हें अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। वर्ष 2007 में तो उन्होंने 61 ग्राम पंचायतों की पदयात्रा भी की थी।
👉कांगेस पार्टी के हर लड़ाई में वे कदम से कदम मिलाकर आगे चले है, वे स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अध्यक्षीय कार्यकाल में उनके साथ जगदलपुर से कोण्डागांव तक पदयात्रा किये है वहीं मोहन मरकाम के अध्यक्ष कार्यकाल में ग्राम कंडेल से रायपुर तक पदयात्रा किये है। कांकेर विधानसभा के 240 बूथ के कार्यकर्ताओं के साथ उनका सीधा संवाद है। मेरे परिवार के लोग कांकेर विधानसभा के दोनों विकासखण्ड के विभिन्न गांवों के पैतृक भूमि में कृषि कार्य करते है जिससे यहां के लोगों से उनका जीवांत संपर्क में है। इसलिए कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें प्रत्याशी बनाये जाने से लाभ मिलने की संभावना है।
एक सवाल के जवाब में कि क्या कांग्रेस पार्टी उन्हें प्रत्याशी बना रही है ? इस पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एक युवा एवं नया चेहरा मैदान में उतारा है इससे क्षेत्र की जनता में इस बात का जोरों से चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी द्वारा भी युवा प्रत्याशी मैदान में उतारा जाना चाहिए। वे स्वयं युवा है और पिछले 20 वर्षों से निरंतर एक कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में जनता एवं कांग्रेस पार्टी की सेवा कर रहे है। उनका युवाओं के बीच अच्छा प्रभाव है। पिछले कई वर्षों से जिला वनोपज सहकारी संघ कांकेर के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के कारण 45,000 लघु वनोपज संग्राहकों के बीच उनका अच्छा प्रभाव है। उनके हितों को लेकर वे मुखर रहे है। विभिन्न सहकारी समितियों से उनका जुड़ाव है इसलिए उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी इस बार उन्हें मौका देगी।
👉कांकेर के जनपद उपाध्यक्षीय कार्यकाल को क्षेत्र की जनता अब तक नही भूल पाई है। उनके द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में कराये गये कार्यों को अभी भी लोग याद करते है। कांकेर विधानसभा के नरहरपुर, कांकेर शहर एवं कांकेर ग्रामीण के आम नागरिकों के साथ अच्छा तालमेल है। विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक मंचों में उपस्थिति से लोगों के बीच अच्छा प्रभाव है। न केवल आदिवासी समाज वरन् अन्य समाजों का भी उन्हें भरपूर सहयोग मिलेगा।
👉उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वे वर्ष 2009, 2013 एवं 2018 में कांकेर विधानसभा से दावेदारी की थी। पिछले चुनाव में तो वे कांग्रेस से प्रबल दावेदार रहे है लेकिन टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने बगावत नहीं की बल्कि जिसे भी टिकट मिला उसके लिये पूरी निष्ठा के साथ कार्य किया। अब उन्हें पूरा विश्वास है कि कांग्रेस पार्टी इस बार उन्हें मौका देगी। इसलिए वे जगह-जगह लोगों की बैठकें ले रहे है। विभिन्न आयोजनों के माध्यम से लोगों को जोड़ने का कार्य कर रहे है। गांव - गांव में दीवाल लेखन, पोस्टर एवं पाम्फ्लेट के माध्यम से कांग्रेस विचारधारा को लोगों तक पहुंचा रहे है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में सबको लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने का अधिकार वे टिकट के संबंध में अपना बायोडाटा और अपनी बात पार्टी हाई कमान के सामने रख चुके है। उनके द्वारा किये गये कार्यों का मुल्यांकन पार्टी अवश्य करेगी और उन्हें टिकट मिलेगी। उनकी लोकप्रियता और जनहित में किये गये कार्यों के कारण कांकेर विधानसभा सीट कांग्रेस की झोली में जायेगी और छत्तीसगढ़ में पुनः कांग्रेस की सरकार बनेगी।
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