संतोष मरकाम ब्यूरो चीफ बस्तर संभाग- मामला सुकमा जिले के ग्राम ताडमेटला, थाना चिंतागुफा, तहसील कोंटा की है। कोटा निवासी रवा देवा पिता बांडी उम्र 39 वर्ष, सोन्दी कोसा पिता बीडाल उम्र 33 वर्ष दोनों मुरिया जाति से है दोनों ताड़मेटला में रहकर छोटे-मोटे व्यवसाय कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे, जो 04/09/ 2023 को घर से काम पर निकले थे ग्रामीण के बताये अनुसार जिन्हें रास्ते से डीआरजी के जवान उठाकर ले गए तथा नक्सलियों के साथ मुठभेड़ के नाम पर फर्जी एनकाउंटर कर दोनों के शव को अपनी कस्टडी में लेकर गांव में उनके परिवार को बिना सौंपे खुद जला दिए ।
गांव वालों को डराया धमकाया गया, जिससे मामला संदिग्ध नजर आ रहा है। परिवार एवं गांव वालों के द्वारा जानकारी देने पर सर्व आदिवासी समाज की टीम खुद मामले की जांच की गई। जांच करने पर एनकाउंटर फर्जी पाया गया है, जिससे पूरे बस्तर संभाग में 16 सितंबर को विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन समाज द्वारा किया गया जिस पर प्रदेश अध्यक्ष युवा प्रभाग सुभाष परते ने उक्त घटना की जल्द उच्च स्तरी जांच कमेटी बनाकर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई कर हत्या एवं अपहरण का अपराध दर्ज करते हुए मृतक परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि की मांग शासन से की है । उन्होंने कहा ऐसी घटना पूर्व में भी बस्तर में होते आ रहा है जो जांच में फर्जी एनकाउंटर साबित हो गया पर बड़ी विडंबना की बात है आज तक इस पर कार्रवाई न होना आदिवासियों के साथ अन्याय एवं आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है । आदिवासियों का हितेषी होने का दम सभी शासन प्रशासन भरते हैं पर न्याय दिलाने के मामले में आयोग बनाकर मामले को ठंडे बस्ती में डाल देते हैं। जिसकी सर्व आदिवासी समाज कड़ी भर्त्सना करता है। वह पीड़ित परिवार को जब तक न्याय नहीं मिलता तब तक चुप नहीं बैठने का संकल्प संगठन ने किया है।
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