मन्नू राम / विवेक साहू नरहरपुर -16 अगस्त को भाजपा मंडल के कार्यकर्ताओ ने असंख्य कार्यकर्ताओ के प्रेणा स्रोत, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी का द्वितीय पुण्यतिथि नगर के अटल चौक जाकर उनके स्मारक मूर्ति पर दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर मनाया गया।
इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकेश संचेती ने उनके जीवनी को विस्तार से बताते हुये कहा कि भारत मां के सच्चे सपूत, राष्ट्र पुरुष, राष्ट्र मार्गदर्शक, सच्चे देशभक्त, ना जाने कितनी ही उपाधियों से पुकारे जाने वाले 'भारत रत्न' पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी सही मायने में 'भारत रत्न' थे। इन सबसे भी बढ़कर पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी एक अच्छे इंसान थे, जिन्होंने जमीन से जुड़े रहकर राजनीति की और 'जनता के प्रधानमंत्री' के रूप में लोगों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई थी। एक ऐसे इंसान जो बच्चे, युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों सभी के बीच में लोकप्रिय थे। देश का हर युवा, बच्चा उन्हें अपना आदर्श मानता था। अटल बिहारी वाजपेयीजी ने आजीवन अविवाहित रहने का निर्णय लिया और जिसका उन्होंने अपने अंतिम समय तक निर्वहन किया। देश के करोड़ों बच्चे और युवा उनकी संतान थे। पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी का बच्चों और युवाओं के प्रति खास लगाव था। इसी लगाव के कारण पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी बच्चों और युवाओं के दिल में खास जगह बनाते थे। भारत की राजनीति में मूल्यों और आदर्शों को स्थापित करने वाले राजनेता और प्रधानमंत्री के रूप में पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी का काम बहुत शानदार रहा। उनके कार्यों की बदौलत ही उन्हें भारत के ढांचागत विकास का दूरदृष्टा कहा जाता है। सबके चहेते और विरोधियों का भी दिल जीत लेने वाले बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी पंडित अटल बिहारी वाजपेयी का सार्वजनिक जीवन बहुत ही बेदाग और साफ-सुथरा था। इसी बेदाग छवि और साफ-सुथरे सार्वजनिक जीवन की वजह से अटल बिहारी वाजपेयीजी का हर कोई सम्मान करता था। उनके विरोधी भी उनके प्रशंसक थे। पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी के लिए राष्ट्रहित सदा सर्वोपरि रहा, तभी उन्हें राष्ट्रपुरुष कहा जाता था। पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी की बातें और विचार सदैव तर्कपूर्ण होते थे और उनके विचारों में जवान सोच झलकती थी। पंडित अटल बिहारी वाजपेयीजी जब भी संसद में अपनी बात रखते थे, तब विपक्ष भी उनकी तर्कपूर्ण वाणी के आगे कुछ नहीं बोल पाता था। अपनी कविताओं के जरिए अटलजी हमेशा सामाजिक बुराइयों पर प्रहार करते रहे। उनकी कविताएं उनके प्रशंसकों को हमेशा सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करती रहेंगी।
भाजपा मंडल महामंत्री धनेश कौशिक ने कहा कि युग पुरुष अटल बिहारी वाजपेयीजी का जन्म ग्वालियर में बड़े दिन के अवसर पर 25 दिसंबर 1924 को जन्म हुआ अटल बिहारी वाजपेयी मूल रूप से उत्तर प्रदेश राज्य के आगरा जिले के प्राचीन स्थान बटेश्वर के रहने वाले थे। अटल बिहारी वाजपेयीजी की बीए की शिक्षा ग्वालियर के वर्तमान में लक्ष्मीबाई कॉलेज के नाम से पहचाने जाने वाले विक्टोरिया कॉलेज में हुई। ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज से स्नातक करने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने कानपुर के डीएवी महाविद्यालय से कला में स्नातकोत्तर उपाधि भी प्रथम श्रेणी में प्राप्त की। अटल बिहारी वाजपेयी एक प्रखर वक्ता और कवि थे। ये गुण उन्हें उनके पिता से वंशानुगत मिले। अटल बिहारी वाजपेयीजी को स्कूली समय से ही भाषण देने का शौक था वह अपने जीवन में पत्रकार के रूप में भी काम किया और लम्बे समय तक राष्ट्रधर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से अनेक पत्र-पत्रिकाओं का सम्पादन भी किया। वाजपेयीजी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे और उन्होंने लंबे समय तक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे प्रखर राष्ट्रवादी नेताओं के साथ काम किया।
👉ऐ रहे उपस्थित
कार्यक्रम के अवसर पर मंडल अध्यक्ष मुकेश संचेती, महामंत्री धनेश कौशिक, हेमंत साहू, मदन मोहन शर्मा, मन्नू राम साहू,पुष्कर सिन्हा, विजयेंद्र शुक्ला, भीमराज स्वर्ण, राजू तिवारी, ठाकुर राम साहू,शेख लियाक़त, बलराम कश्यप, सुखीत जैन, गंगाराम भारद्वाज, राजेश नाग,भागवत शोरी, रमेश साहू, भंवर सिंह नेताम,ताराचंद साहू, पंचू राम साहू, मोहन कुंजाम, रामसाय झूलेकर सहित भाजपा कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
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