पवन बघेल तिल्दा नेवरा :-वैसे तो तलाक लेने के बाद अधिकतर पति-पत्नी अपना दूसरा घर संसार बसा लेते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में एक किस्सा ऐसा भी सामने आया, जिसमें तलाक के दो साल बाद फिर पति-पत्नी ने एक साथ रहने का फैसला लिया है, हैरानी की बात तो यह है कि जो एक दूसरे का मुंह नहीं देखना चाहते थे, वे फिर से एक साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे हैं। ये मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की ग्राम निनवा से सामने आया है, जिसमें समाज ने पहले तलाक दिया, फिर दोनों को एक साथ रहने के लिए तलाक को कैंसिल कर साथ रहने की इजाजत दे दी।
निनवा निवाशी राजू साहू व भनपुरी निवाशी कौशिल्या का विवाह अप्रेल 2019 में हुआ था। उन्हें एक बेटी भी हुआ। लेकिन 2022 में पति-पत्नी के बीच विवाद होने लगा। पत्नी ने घर छोड़ दिया। आपसी सहमति से दोनों ने 2022 में तलाक ले लिया। बेटी पत्नी के साथ चला गया, दोनों 2 साल से अलग रह रहे थे। अब बेटी की उम्र 4 साल से अधिक हो गई है। बच्चे के भविष्य को देखते हुए दोनों ने साथ रहने का फैसला लिया। जिन विवादों को चलते दोनों अलग हुए थे, उनको भी भुला दिया। दोनों ने समाज के सामने उपस्थित होकर कहा कि हम साथ रहना चाहते हैं। उन्हें पति-पत्नी घोषित किया जाए। इस अवसर पर प्रमुख रूप से तहसील साहू संघ के उपाध्यक्ष गिरेंद्र साहू, किरना परिक्षेत्र अध्यक्ष पवन साहू, सहित सेकड़ो की संख्या मे सामाजिक जन व रिश्तेदार उपस्थित रहे.