संतोष मरकाम ब्यूरो चीफ बस्तर संभाग- ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बडेराजपुर के अध्यक्ष हीरालाल नेताम ने शुक्रवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कोंडागांव के पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम के भाजपा में प्रवेश लेने पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने नीलकंठ टेकाम को आदिवासी विरोधी मानसिकता का व्यक्ति बताते हुए अपनी काली सम्पत्ति को छुपाने तथा ईडी व सीबीआई की जांच से बचने के लिए भाजपा में प्रवेश करने का आरोप लगाया है।
हीरालाल नेताम का कहना है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा को देश का सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद माना जाता है। आईएएस बनने के लिए देश भर से प्रतिवर्ष लाखों लोग दिन-रात मेहनत करते हैं। जिसमें से कुछ ही ऐसे किस्मत के धनी होते हैं जिन्हें इस पद पर आकर देश की सेवा करने का मौका मिलता है। ऐसे ही एक आईएएस अफसर नीलकंठ टेकाम हैं। जिन्होंने बस्तर के सूदूर अंचल से अपनी पढ़ाई कर राज्य प्रशासनिक सेवा में अपना स्थान बनाया। बस्तर के अलग अलग क्षेत्रों में वर्षों तक अलग अलग पदों ओर सेवा देने के बाद वह आईएस के रूप में अवार्ड किये गए।
वैसे तो नीलकंठ टेकाम आदिवासी समाज के बीच आदिवासियों के सेवा करने व मान सम्मान बढ़ाने के साथ-साथ उनके उत्थान की बात करते नहीं थकते। लेकिन नीलकंठ टेकाम का असली चेहरा अब जग जाहिर हो गया है। उन्होंने बस्तर में रहकर बस्तर के भोले भाले बस्तर वासियों को बेवकूफ बनाया। उनके आंखों में धूल झोंक कर बस्तर को लूटकर करोड़ो रुपए की संपत्ति बनाई। अब उस काली कमाई को छुपाने की लिए तथा केंद्र सरकार के इशारे पर चल रही जांच एजेंसीयों ई.डी, सीबीआई से बचने के लिए चुनाव से ठीक पहले आईएएस पद से त्यागपत्र देकर भाजपा में प्रवेश कर लिया है।
नीलकंठ टेकाम की इस हरकत को कोंडागांव जिले के साथ साथ पूरे प्रदेश की जनता देख रही है। जिस प्रकार से उन्होंने भोलेभाले आदिवासियों के साथ छलावा किया है, उन्हें जनता माफ नहीं करेगी । कलेक्टर जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहकर लाखों करोड़ों रुपयों का भ्रष्टाचार किया है। आने वाले दिनों में जब वह बस्तर के इलाकों में जाएंगे तो जनता उनसे सवाल जरूर पूछेगी। और जनता के आक्रोश का परिणाम नीलकंठ टेकाम को भुगतना पड़ेगा।
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