विश्वप्रकाश कुर्रे बिलासपुर - मस्तूरी से मोहतरा पहुंच मार्ग की स्थिति इतनी भयानक है कि गाड़िया ट्रक चलना तो दूर पैदल चलना भी बहुत मुस्किल हो गया है। क्रेशर संचालकों का कहना है कि हम सभी संचालक शासन को लाखों करोड़ों रुपया का रॉयल्टी दे कर अपना अपना व्यवसाय कर रहे हैं शासन के द्वारा पंचायतों के खाते में शासन द्वारा गौण खनिज की राशि प्रदान की जाती है किंतु पंचायतों के अनदेखी के कारण हमारी समस्याओं को ध्यान नहीं दिया जाता उन्होंने कहा कि जिस रोड से हम गिट्टी सप्लाई करते हैं उस रोड की स्थिति देखकर रूह कांप जाती है कई बार हमारे वाहन जर्जर सड़क के कारण (ट्रेक्टर ट्रक) का पलटने का अंदेशा बना रहता है गाड़ियां गड्ढों में ही फंस कर रह जाती है हम लोगों ने पंचायत के प्रतिनिधियों से कई बार अनुरोध किया की इस रोड की मरम्मत कराकर हम लोगों को और आम नागरिकों को इस समस्या से निजात दिलावे लेकिन आज तक हमारे अनुरोध को स्वीकार नहीं किया जाता जिससे हम लोग रोड़ की समस्याओं से घिरे हुए हैं ज्ञात हो कि यह रोड मस्तूरी, मोहतरा, कोसमडीह को जोड़ने वाली प्रमुख रोड है इस रोड के बनने से हमारे साथ आम नागरिकों को भी सुविधा मिलेगी।
मोहतरा सरपंच प्रतिनिधि धरम भार्गव से इस विषय पर जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि मैंने अपने ग्राम पंचायत के एरिया मोहतरा से मस्तूरी रोड़ को जोड़ने वाली रोड के नाले तक सी सी रोड का निर्माण ग्रामीणों की मांग पर करा चुका हू। मस्तूरी सरपंच प्रतिनिधि वीरेंद्र मरकाम ने कहा कि इस रोड के लंबाई चौड़ाई की जानकारी ले रहा हूं उसके बाद प्रस्ताव बनाकर रोड का निर्माण कराने की कोशिश करेंगे।