छत्तीसगढ़ समाचार TV भानुप्रतापपुर- प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा के अंतिम सत्र में कर्मचारियों के हित का बड़ा अनुपूरक बजट पेश किया हैं। मुख्यमंत्री ने वित्तीय प्रबंधन के मामले में छत्तीसगढ़ के सर्वहारा वर्ग की आंखों में चमक बिखेरी है। यह बात भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने कही है। श्रीमती मंडावी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी वर्ग किसान, जवान,मजदूर, बैगा, गुनिया, सिरहा, पटेल, कोटवार, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सभी के लिए कार्य किया है।
प्रदेश में ऐसा कोई वर्ग नहीं हैं जो मुख्यमंत्री के लोक कल्याणकारी योजनाओं का लाभ न ले पा रहा हो। 15 वर्षों तक बीजेपी और रमन सिंह के वित्तीय कुप्रबंधन के चक्रव्यूह में फंसा छत्तीसगढ़ राज्य कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने कहा कि, छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र राज्य में सेवा के क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के लिए खुशखबरी वाला सत्र रहा। दैवेभो, संविदा, पुलिस सहित सरकारी मातहत को 1750 करोड़ अतिरिक्त भार के साथ उन्हें खुशियां देने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ी घोषणाएं की हैं जिसमें शासकीय क्षेत्र में कार्य करने वाले अकुशल, अर्धकुशल, कुशल और उच्च कुशल वर्ग के कर्मचारियों को 4 हजार रुपए मासिक की श्रम सम्मान राशि दिए जाने के साथ राज्य के 5 लाख से अधिक कर्मचारियों को प्रतिशत 4 अतिरिक्त महंगाई भत्ता देने की घोषणा की। जिससे अब राज्य के शासकीय सेवकों को भी केंद्र के समान महंगाई भत्ता मिलेगा। संविदा वेतन के तौर पर कार्यरत 37 हजार कर्मचारियों को वेतन पर 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी, अतिथि शिक्षक विद्या मितान को प्रति माह 2 हजार रुपए अतिरिक्त दिया जाएगा, पटवारियों को प्रति माह 500 संसाधन भत्ता, 10 हजार पंचायत सचिवों को 2 हजार 500 से 3 हजार रुपए मासिक भत्ता दिए जाने की घोषणा। इसके अन्य घोषणाओं से दूसरे कर्मचारियों को लाभ होगा। उन्होंने पहले ही शासकीय कर्मचारियों को शनिवार-रविवार का दो दिवसीय छुट्टी देकर उनका काम हल्का किया है। साढ़े चार साल में भूपेश बघेल की सरकार ने कर्मचारियों के हित में लगातार उत्कृष्ट कार्य किया है।
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