पवन बघेल तिल्दा नेवरा- उद्योग स्थापना को लेकर ग्रामीणों के बीच भारी गहमागहमी देखी गई । ग्रामीणों ने उद्योग प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों को झांसा में लेकर जनसुनवाई में उद्योग के समर्थन में खड़ा किया गया था जबकि वही ग्रामीणों में उद्योग स्थापना को लेकर विपरीत परिस्थितियां देखी जा रही है ।
गौरतलब हो कि रायपुर जिला तिल्दा विकासखंड क्षेत्रान्तर्गत ग्राम पंचायत गैतरा मे श्री बाबा वैद्यनाथ इस्पात संयंत्र स्थापना को लेकर पर्यावरण जनसुनवाई आहूत किया गया था ।
उक्त जनसुनवाई में उद्योग स्थापना को लेकर ग्रामीणों ने भारी विरोध मुखर किया । ग्रामीणों ने उद्योग प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि है कि सुनियोजित तरीके से कुछ लोगों को उद्योग के समर्थन में खड़ा कर समर्थन की हवा दिया जा रहा था। इसी बीच प्रभावित ग्रामवासियों ने उद्योग तंत्र के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जनसुनवाई का भारी विरोध किया है । ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत क्षेत्र में मुनादी नही किया गया था अपितु, कुछ लोगों को प्रलोभन देकर जनसुनवाई में उद्योग के समर्थन में खड़ा किया गया था । जनसुनवाई के दरमियान देखा गया कि जिन्होंने उद्योग का समर्थन किया उसका पहला मांग था कि क्षेत्रिय बेरोजगारों को 70 प्रतिशत रोजगार मुहैया कराई जावे । वहीं कुछ लोगो ने शिक्षा , स्वास्थ्य पर बल दिया । ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित किया गया है फिर भी क्षेत्रवासी रोजगार की समस्या से जुझ रहे हैं । ग्रामीणों ने क्षेत्रिय बेरोजगारों को योग्यता नुसार क्षेत्र में संचालित संयंत्रों में रोजगार मुहैया कराने की मांग किया वहीं उन्होंने कहा कि संचालित उद्योग के हाथों क्षेत्रवासी हमेशा से छले जा रहे हैं । उद्योग लगाने के पूर्व उद्योग प्रबंधन द्वारा जुमलेबाजी लुभावने आश्वासन दिया जाता है लेकिन उद्योग संचालित होने के पश्चात उद्योग प्रबंधन का वादा के सरोवर में गोता लगाया नजर आता है । नवीन उद्योग के स्थापना के मामले पर ग्रामीणों ने उद्योग प्रबंधन शर्त रखा कि उद्योग स्थापना के पूर्व ग्रामीणो ने रोजगार संबंधी प्रमुख मांग को लिखित में देने का मांग किया ,जिसे हमेशा के भांति गंभीरता से नहीं लिया गया । ग्रामीणों ने उद्योग प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जनसुनवाई असफल होने के भय से दो किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सोनतरा क्षेत्र में जनसुनवाई आहूत किया गया है ।जबकि संबंधित ग्राम पंचायत गैतरा में जनसुनवाई हेतु ब्यापक पैमाने पर खाली जगह है । दूरी होने के बावजूद जनसुनवाई स्थल में प्रभावित ग्रामवासियों ने आकर उद्योग स्थापना को लेकर भारी विरोध किया हालांकि इस दरमियान जनसुनवाई को समाप्त कर दिया गया था उसके बावजूद ग्रामवासी प्रशासन के खिलाफ नारा लगाते नजर आये । उद्योग के समर्थन में जुटे कुछ ग्रामीण ऐसे भी थे जो शराब के नशे में चूर थे जो एक महिला पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार भी किया है।
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