दीपक पुड़ो छत्तीसगढ़ समाचार TV- संसदीय सचिव छ.ग. शासन एवं विधायक कांकेर शिशुपाल शोरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि भारतीय संविधान एवं कानूनों में स्वस्थ सामाजिक आर्थिक, सांस्कृतिक एवं न्यायिक व्यवस्था के लिए अनेक बेहत्त्तर विकल्प है।
किन्तु अपने असफलताओं को छुपाने के लिए राजनैतिक विपक्षियों के आवाज को दबाने के लिए ई.डी., सी.बी.आई. एवं आई.टी. जैसे संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर भय का वातावरण निर्मित करना कतई उचित नहीं है। शोरी ने आगे कहा कि वर्तमान में भाजपा की सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को चुप कराने के लिए जो खतरनाक खेल, खेल रही है उससे अलोकतांत्रिक परम्परा का सूत्रपात हो रहा है। जो आगे चलकर विभत्स रूप लेगा। सत्तासीन राजनीतिक दल अपने अच्छे बुरे हितों की पूर्ति के लिए इसी तरह के हथकंडे अपनायेगे। भाजपा इस मुगालते में न रहे कि सत्ता उनकी बपौती है। कल वे भी विपक्ष की भूमिका में हो सकते है। आज वे जिन जांच एजेसियों के बूते सत्ता की बेतर्णी पार करना चाह रहे है, कल वही जांच एजेंसियां उन्हें भी जनता के कटघरे में खड़ा करेगी। जो जैसा बीज बोयेगा वह वैसा ही फसल काटेगा, नियति का यह शास्वत विधान है।
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