विश्वप्रकाश कुर्रे ब्यूरो प्रमुख बिलासपुर- भाजपा नेता चंद्रप्रकाश सूर्या ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम पर सवाल दागा है कहा है कि भेंट मुलाकात एक ढोंग है इसे कांग्रेसी सम्मेलन कर देना चाहिए और कहा कि उनसे मिलने के लिए समय मांगो तो समय नहीं देते हैं जब उन्हें सिर्फ कांग्रेसियों से मिलना है तो यह भेंट मुलाकात का ढोंग क्यों कर रहे हैं, इस भेंट मुलाकात को कांग्रेसी सम्मेलन नाम दिया जाए ,इसके बाद भी उनसे एक सवाल पूछता हूं ? अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के लिए संविधान में वर्णित आर्टिकल 38 , 46 के तहत इन वर्गों को आर्थिक रूप से सक्षम व सबल बनाने के लिए विशेष पैकेज का प्रावधान है किंतु बड़े दुर्भाग्य की बात है की भूपेश बघेल के इन 4 सालों में सरकार का लगभग 30000 करोड रुपए लेप्स हो गया जबकि अनुसूचित जाति और जनजाति के लोग आज भी बेरोजगारी अशिक्षा वह गरीबी का दंश झेल रहे हैं सिर्फ मस्तूरी विधानसभा में लगभग 30 से 40000 लोग पलायन करते हैं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों को उनके विकास के लिए शिक्षा के लिए आजीविका व इनके कल्याण के लिए आवंटित राशि खर्च की जाती है यह पैसा लेप्स हो गया इसका जिम्मेदार कौन ?भूपेश बघेल या भूपेश बघेल जी की नीति या इनके शासन प्रशासन 30000 करोड़ रुपए से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों का निश्चित रूप से भला हो सकता था पर भूपेश बघेल की मानसिकता दर्शाती है कि वह अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास के लिए इन्हें कोई सरोकार नहीं है इन्हें सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करनी है, अगर वह चाहते तो इस पैसे से अनुसूचित जाति और जनजातियों का आर्थिक एवं शैक्षणिक संपन्नता बढ़ा सकते थे। जब भी भेंट मुलाकात कार्यक्रम में अनुसूचित जाति और जनजाति के लोग हो तो मुख्यमंत्री से यह सवाल जरूर पूछे।
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