दीपक पुड़ो कांकेर- जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति द्वारा अनुसूचित जाति, जनजाति पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्गों को स्वरोजगार हेतु ऋण सहायता एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण दिलाकर स्वावलंबी बनाया जा रहा है।
जिला मुख्यालय से 03 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम मनकेशरी निवासी मुकेश कुमार देवांगन 12र्वी उत्तीर्ण है। उन्होंने बताया कि पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त नहीं कर सका, शासकीय नौकरी की भाग दौड़ से दूर अपने पिता की छोटे से कपड़ा एवं टेलरिंग व्यवसाय को आगे बढ़ाने का सपना था। उन्हें जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कांकेर द्वारा समाचार पत्रों में प्रकाशित राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग वित्त एवं विकास निगम के सहयोग से संचालित टर्म लोन योजना के बारे में पता चला। उन्होंने अंत्यावसायी कार्यालय से सम्पर्क कर आवेदन जमा किया और चयन समिति की बैठक में इकाई लागत 03 लाख के लिये मेरा चयन एवं ऋण स्वीकृत किया गया। आवश्यक दस्तावेज जमा करने के उपरान्त कपड़ा दुकान सह टेलर्स सामग्री क्रय किया। मुकेश का कपड़ा दुकान एवं टेलर्स का सपना साकार हुआ। ऋण के रूप में सिलाई मशीन एवं कपड़ा सामाग्री क्रय कर पेन्ट, शर्ट, कोट इत्यादि तैयार कर नया बस स्टैंड काम्पलेस में 08 हजार किराये का दुकान पर व्यवसाय का संचालन कर रहा है। मेरे व्यवसाय से 06 लोगों को रोजगार भी मिला है। व्यवसाय से 40 से 50 हजार रूपये प्रतिमाह कमाई हो रहा है। परिवार के पालन पोषण के साथ समयावधि में पूर्ण ऋण राशि जमा कर दिया गया है। अब दुकान का मालिकाना हक मुझे प्राप्त हो गया है। परिवार में मेरे माता-पिता के साथ पत्नी एवं एक बेटा है, जिसका पालन पोषण मेरे द्वारा किया जा रहा है। मैं राज्य शासन एवं अंत्यावसायी विभाग कांकेर का बहुत-बहुत आभारी हूॅ, जिन्होंने मेरा सपना पूरा किया।
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