अभिषेक सिंह ठाकुर की रिपोर्ट- राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में एक से 19 वर्ष के सभी बच्चों और किशोरों-किशोरियो को एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाकर कृमिमुक्त किया जायेगा। विकासखंड दुर्गुकोंदल 21 हजार 891 बच्चों को एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है, 10 फरवरी को कृमि मुक्त दिवस एवं 15 फरवरी माप-अप दिवस को सभी पात्र बच्चों को स्कूलों, कॉलेज, तकनीकी संस्थानों और आंगनबाड़ी केन्द्रों में एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाई जायेगी। विकास खंड दुर्गुकोंदल में आज 8 फरवरीको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गुकोंडल में प्रशिक्षण 245 कर्मचारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मितानिन स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला पुरुषों को प्रशिक्षण दिया गया।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज किशोरे ने बताया कि कृमि वह परजीवी हैं जो मनुष्य के आंत में रहते हैं और जीवित रहने के लिए मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खाते हैं। कृमि संक्रमण भारत में एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है और ये बच्चों और किशोरों की शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक विकास पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं। इनसे एनीमिया और कुपोषण का भी खतरा रहता है। नियमित डिवर्मिंग बच्चों और किशोरों में कृमि के संक्रमण को समाप्त कर उनके शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में योगदान कर सकता है और साथ ही जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है। उन्होंने बताया कि एल्बेंडाजोल डब्ल्यूएचओ द्वारा अनुमोदित दवा है जिसका उपयोग पूरे विश्व में बच्चों और किशोरों में आंत के कृमि संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है। भारत में इसका उपयोग सभी फाइलेरिया प्रभावित राज्यों और जिलों में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) के तहत किया जाता है। एल्बेंडाजोल टेबलेट सेवन के उपरांत कुछ बच्चों को हल्के पेट दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, दस्त और थकान का अनुभव हो सकता है। ये दुष्प्रभाव आमतौर पर अस्थायी होते हैं और इन्हें आसानी से संभाला जा सकता है। चोकिंग (दवाई का गले में अटकना) एल्बेंडाजोल का साइड इफेक्ट नहीं है और यह तब होता है जब टैबलेट को ठीक से चबाया या चूरा न किया गया हो। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रतिकूल घटनाओं के प्रबंधन के लिए,
विकासखंड दुर्गुकोंदल के सभी बच्चों और किशोरों के बेहतर स्वास्थ्य एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के नेतृत्व में शिक्षा विभाग और समेकित बाल विकास सेवा के सक्रिय सहयोग से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन 10 फरवरी को एवं मॉप-अप दिवस 15 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने कार्यक्रम में शामिल सभी प्रथम सेवा प्रदाताओं को डिजिटल माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है, जिससे विकासखंड दुर्गुकोंदल में आयोजित होने वाले डिवर्मिंग कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की जा सके।
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज किशोरे ने बताया है कि विकासखंड दुर्गुकोंदल में 245 केंद्रों में बच्चों को कृमि मुक्ति के दवा खिलाई जाएगी श्री किशोरे ने बच्चों के माता-पिता और अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे स्वयं कोविड-19 सुरक्षा दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कृमि मुक्ति कार्यक्रम को सफल बनाएं ।
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