अभिषेक सिंह ठाकुर की रिपोर्ट- अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. रविशंकर शुक्ल के 31 दिसम्बर को पुण्यतिथि पर जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा विधायक निवास कांकेर में श्रद्धांजली सभा का आयोजन कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद किया गया। सभा में विधायक एवं संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी ने कहा कि अविभाजित मध्यप्रदेश के विकास और उन्नति में पं. रविशंकर शुक्ल के योगदान को भूलाया नहीं जा सकता साथ ही देश के आजादी के लिए हुए विभिन्न जन आन्दोलनों में पं. शुक्ल की भूमिका को सदैव ही याद किया जा रहेगा वे एैसे देशभक्त नेता थे जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए अपनी शासकीय सेवा से त्याग पत्र देकर महात्मा गांधी के सत्याग्रह आन्दोलन से जुड़कर देश के स्वतंत्रता में जनचेतना को जागृत किया। अपने वकालत पेशे को भी त्यागकर अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ आवाज बुलंद करने पर उन्हें 03 साल का कारावास भी हुआ था। उन्हें मध्यप्रदेश के पूरोधा के रूप में भी जाना जाता है वे क्रिकेट के कुशल खिलाड़ी भी थे। इस दौरान उनके छायाचित्र के समक्ष कांग्रेसजनों ने पुष्पाजंली अर्पित कर उनके जीवनी का स्मरण किया गया । जिसमें प्रमुख रूप से जिला कांग्रेस महामंत्री सुनील गोस्वामी, ब्लाक अध्यक्ष रोमनाथ जैन, मनोज जैन, पुरूषोत्तम पाटिल, अजय रेणु, मुकेश तिवारी, शिवांकित श्रीवास्तव, खोमेन्द्र उइके, योगेश राजपूत, दिलीप नाग, तारस सिन्हा, सुमित राय, अमन गायकवाड़, सत्यार्थ करायत, शेष गजबीए, प्रशांत जैन, नारांतक भास्कर, नवीन साहू सहित विभिन्न क्षेत्र से पहुंचे नागरिक नवलू उसेण्डी, दुर्गा प्रसाद जैन, किरण सिन्हा, गिरवर जैन, कंगलूराम, साधा राम आंचला, कृष्ण किशोर पटेल सहित अन्य पदाधिकारी/कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
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पं. शुक्ल के योगदान