अभिषेक सिंह ठाकुर की रिपोर्ट- सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करती है, लेकिन समय पर परिवहन नहीं होने धान खरीदी केंद्र में सूख जाती है, और खरीदी केंद्र को सूखत का घाटा होती है, पिछले वर्ष अधिकांश खरीदी केंद्रों में सूखत के चलते लाखों रूपये की घाटा हुई, जिसकी भरपाई आजतक खरीदी, प्रभारी, लैंपस प्रभारी नहीं कर पाये हैं, और खरीदी प्रभारियों पर एफआईआर की तलवार लटकी हुई है, इसका मुख्य कारण है, समय पर धान का परिवहन नहीं किया जा रहा है। इस वर्ष भी 1नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ हुई है। लेकिन धान परिवहन को लेकर सरकार ध्यान नहीं दे रही है। विकासखंड दुर्गूकोंदल के धान खरीदी केंद्र कोंडे में 6300क्विंटल धान खरीदी की गई है। लेकिन आजतक एक क्विंटल भी धान परिवहन नहीं की गई है। परिवहन के अभाव में धान खरीदी बंद होने की निर्मित हो गई है। लैंपस कोदापाखा में धान खरीदी के शुरूआती दौर में परिवहन हुआ लेकिन वर्तमान में परिवहन नहीं हो रही है। धान खरीदी केंद्र दुर्गूकोंदल में 19075क्विंटल धान खरीदी हुई है, अबतक 7500क्विंटल धान परिवहन हुई है, खरीदी केंद्रों धान परिवहन नहीं होने से धान सूख रही है, और इस वर्ष भी खरीदी केंद्र और लैंपस को बड़ी घाटा हो सकती है। कोदापाखा लैंपस प्रबंधक राकेश्वरी पुजारी, खरीदी प्रभारी आयनूराम ध्रुव, लैंपस प्रबंधक दुर्गूकोंदल जितेंद्र साहू ने बताया कि धान खरीदी शासन के निर्देशानुसार जारी है, लेकिन परिवहन नहीं हो रही है, लगातार परिवहन नहीं हुई तो धान की अधिक सूखत होगी और खरीदी केंद्र को घाटा हो सकती है। जिले के अधिकारियों से उठाव के लिए लगातार संपर्क कर रहे हैं।
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