एन.एस.एस.अधिकारी प्रो.विजय मानिकपुरी ने रैली के नेतृत्व करते हुए सभा के समापन में शपथ दिलाते हुए कहा कि भारत के संपूर्ण इतिहास को ध्यान दें तो भारत के महान इतिहास को भारत के संविधान में समाहित किया गया है जो यह बताता है कि भारत के संविधान की आत्मा पूर्ण रूप से भारतीय है और यह समानता ,संप्रभुता, एकता जैसे अंबेडकर के विचारों को फैलाने के मूल उद्देश्य और युवाओं में देश के प्रति आत्म सम्मान तथा समर्पण भाव का विषय को इसीलिए एन.एस.एस के द्वारा शहर भ्रमण उत्प्रेरक नारों से रैली करके शपथ दिलाया गया सभा में विद्यार्थी ने भी विचार प्रस्तुत किए जिसमे श्यामू, दिलपति शुभम, खिलेश ,प्रिया,कुमारी भारती ने 26 नवंबर 1949 को संविधान, समानता, गण और राष्ट्र को समर्पित किया गया जिसमें संविधान का क्या महत्व। यह क्यों मनाया गया कि। इसे बनाने में कितना समय रखा जैसे अपील किया गया तथा दुनिया भर में यह मनाया जाता है जैसे विचार एवं प्रश्नोत्तरी भी किया गया प्रो.मानिकपुरी ने कहा कि यह भारतीय संविधान विश्व का सबसे लंबा लिखित संविधान है और पूरा संविधान 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में तैयार हुआ जो कि 26 जनवरी 1949 को पूरा हुआ और 26 जनवरी 1950 को भारत गणराज्य का यह संविधान लागू हुआ रैली में मुख्य रूप से श्रीमती प्रीति इंदौर कर (विभाग अध्यक्ष शिक्षा) श्रीमति मंजू लता साहू (आईक्यूएसी प्रभारी),राधे लाल देवांगन ,धनंजय साहू ,ममता साहू , नफीसा,कपिल ,मयंक,नंदिता सहित सभी प्राध्यापक गण विद्यार्थी सम्मिलित रहे।