दिलीप सोनकर चारामा- देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस या राष्ट्रीय कानून दिवस मनाया जाता है। शासकीय माध्यमिक विद्यालय रतेसरा में शिक्षक व बच्चों की पूर्ण उपस्थिति में डॉ. भीमराव अंबेडकर के छायाचित्र पर पुष्प भेंट कर संविधान के अधिकारों के संरक्षण व पालन के लिए शपथ दिलाया गया।शिक्षक धर्मेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि यह खास दिन 1949 के ऐतिहासिक दिन को दर्शाता है जब संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को अपनाया गया था।
भारतीय संविधान कई मायनों में विश्व के अन्य देशों के संविधान से अलग है लेकिन विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान होने इसे अन्य देशों से बेहद अलग बनाता है। हमारे संविधान को बनने में 2 साल से भी अधिक समय लग गया था।संविधान दिवस सभी भारतीयों के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश में ब्रिटिश शासन के अंत का प्रतीक है। 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बावजूद जब तक कि 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू नहीं हुआ, यह अगले तीन वर्षों तक ब्रिटिश डोमिनियन बना रहा।संविधान दिवस कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रधानपाठक सीताराम सलाम,रामेश्वरी तारम,धर्मेन्द्र कुमार साहू,उमेश कुमार,होमन ठाकुर उपस्थित रहे।इसी क्रम में शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालय गोलकुम्हड़ा मे" संविधान दिवस" के उपलक्ष्य में स्कूल प्रांगण में भारत की राष्ट्रीय कानून संविधान की प्रस्तावना का समस्त शिक्षकों एवं स्कूली छात्रों द्वारा सस्वर वाचन (पाठन) किया गया। प्रधानपाठक पी. एल.बघेल द्वारा संविधान द्वारा प्रदत्त हमारे मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य की विस्तृत जानकारी देकर संविधान दिवस की बधाई संदेश दिया गया।जहाँ शिक्षक लखन लाल पटेल,कामेश्वर साहू,खिलेश्वरी नागवंशी,गीता सांडिल्य,प्राथमिक प्रधानपाठक बसन्त सिन्हा,राजेश सिन्हा उपस्थित रहे।